सीतामढ़ी: कोरोना वायरस के कहर से बिहार के लोगों को सहायता करने वालों में विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर भी शामिल हो गये. उन्होंने अपने 6 महीने का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष को दे दिया है. इस महामारी के बचाव को लेकर लागू लॉक डाउन को लेकर एमएलसी ने लोगों से इसे फॉलो करने की अपील भी की है.
यूं तो देवेश चंद्र ठाकुर प्रदेश में आई हर एक आपदा में साथ खड़े रहते हैं. उन्होंने कई बार इसके लिए अपना वेतन दिया है. लेकिन इस बार विधान पार्षद देवेश ठाकुर ने अपने 6 माह के वेतन को मुख्यमंत्री राहत कोष को दिया है. विधान पार्षद ने मुख्यालय डुमरा स्थित अपने आवास पर मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लॉक डाउन के ऐलान के बाद से वो अपने आवास पर हैं.वो इस लॉक डाउन का पूरा पालन कर रहे हैं.
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उन्होंने लोगों से हाथ जोड़कर अपील की है कि वे भी अपने घरों से न निकलें. एमएलसी ठाकुर ने कहा कि कोरोना वायरस को लोग हल्के में न लें, जब विश्व के कई शक्तिशाली देश कोरोना वायरस के कहर से अपने नागरिकों को नहीं बचा पा रहे हैं, तो भारत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार चेन पुलिंग को तोड़कर ही कोरोना वायरस पर जीत दर्ज की जा सकती है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए ही लॉक डाउन किया गया है. जब तक इस महामारी से बिहार के लोगों को निजात नहीं मिलती, तब तक वह अपना सारा वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देते रहेंगे.