सीतामढ़ीः जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा की अध्यक्षता में जिला समाहरणालय में आपूर्ति टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिला आपूर्ति पदाधिकारी द्वारा धान अधिप्राप्ति,खाद्यान्न उठाव और वितरण, किरासन तेल का उठाव और वितरण, राशन दुकानों का निरीक्षण की समीक्षा की गई.
जिले में 23654 मीट्रिक टन धान की अधिप्राप्ति कर ली गई है
समीक्षा में पाया गया कि अभी तक 23654 मीट्रिक टन धान की अधिप्राप्ति की गई है. पंजीकृत किसानों की संख्या 9918 है. जिसमें 6478 रैयत और 3440 गैर रैयत किसान हैं. वर्तमान में 179 पैक्स द्वारा धान की अधिप्राप्ति की जा रही है. 25 मिलों को टैग किया गया है. चार सीएमआर सेंटर कार्यरत हैं. 62 करोड़ रुपए सीसी लिमिट के रूप में सैंक्शन किए गए हैं.बैठक में प्रखंड वार भी धान अधिप्राप्ति और सीएमआर की स्थिति का समीक्षा की गई. सुप्पी, बैरगनिया औऱ बाजपट्टी में धान अधिप्राप्ति में सबसे खराब प्रदर्शन पाया गया है. जिला आपूर्ति पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि धान अधिप्राप्ति में और अधिक तेजी लाएं साथ ही अधिप्राप्ति के आलोक में सीएमआर में भी वृद्धि करें. उन्होंने कहा कि जिले के अधिक से अधिक किसानों से सुगमता के साथ धान अधिप्राप्ति करें और निर्धारित समय में उसका भुगतान करें.
पैक्स और मिलर आपस में समन्वय कर सीएमआर में तेजी लाएंः डीएम
अभिलाषा कुमारी शर्मा ने कहा कि पैक्स और मिलर आपस में समन्वय कर सीएमआर में तेजी लाएं ताकि पैक्स के गोदाम में जगह उपलब्ध रहे. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देश पर सभी संबंधित कर्मी और बीसीओ किसानों के घर पर जाकर उनसे मिलकर अधिप्राप्ति की स्थिति का जायजा लें. मुख्यालय को इस संबंध में सूचित करें और सभी बीसीओ अपने पैक्स का भौतिक सत्यापन नियमित रूप से करें. संबंधित अनुमंडल पदाधिकारियों को अधिप्राप्ति कार्य की नियमित रूप से समीक्षा कर उसमें तेजी लाने के लिए आवश्यक कार्यवाई करें.
लाभुकों को खाद्यान्न सुगमता से मिले
जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने प्रखंड वार खाद्यान्न के उठाव और वितरण की समीक्षा की और निर्देश दिया कि पूरी पारदर्शिता और सुगमता के साथ लाभुकों को निर्धारित समय में खाद्यान्न उपलब्ध कराएं. इसके अतिरिक्त कैरौसिन तेल का उठाव और वितरण राशन दुकानों का नियमित निरीक्षण की समीक्षा की गई. बैठक में डीपीआरओ परिमल कुमार, ओएसडी विकास कुमार, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला प्रबंधक एसएफसी, जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारी, बीसीओ और एजीएम मौजूद रहे.