सीतामढ़ी: बिहार में कोरोना संक्रमण के फैलते रफ्तार में कोई कमी नहीं आई है. लगातार पॉजिटिव मरीज पाए जा रहे हैं. इस जानलेवा संक्रमण की चेन को तोड़ने और संक्रमितों की पहचान के लिए डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा के आदेश पर जिले के सभी प्रखंड के पंचायतों में बने कंटेनमेंट जोन में शिविर लगाकर कोरोना जांच की जा रही है.
इसको लेकर ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को धन्यवाद बोला. लोगों ने बताया कि गांव में शिविर लगाकर संक्रमण का जांच कराना बेहद जरूरी था. जांच के साथ-साथ प्रशासन की टीम जागरूकता अभियान भी चला रही है. इससे फैलते संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लगेगी.
1701 लोगों की हुई जांच
अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ हेमंत कुमार ने बताया कि डीएम के आदेश के बाद जिले के विभिन्न प्रखंड में शिविर लगाकर 1701 लोगों की जांच की गई. यह एक दिन में जांच का सबसे अधिकतम रिकॉर्ड है.
इन सभी जगहों पर हुई जांच:-
डुमरा, रुनीसैदपुर, परिहार, बथनाहा, सोनबरसा, मेजरगंज, बैरगनिया, सुप्पी, रीगा, पुपरी, नानपुर, बोखरा, चोरौत, सुरसंड, बाजपट्टी, बेलसंड, परसौनी प्रखंड सहित सदर अस्पताल में जांच शिविर का आयोजन किया गया था.
वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी कुणाल कुमार ने बताया कि डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा बैठक कर निर्देश दिया था कि शत-प्रतिशत संदिग्ध मरीजों की जांच और उनके संपर्क सूची को तैयार किया जाए. जांच में हर हाल में तेजी लाने का निर्देश भी दिया गया था. ताकि पॉजिटिव पाए जाने मरीजों को ससमय आइसोलेशन में भेजा जा सके और उसका इलाज समय रहते किया जा सके. जिससे कोरोना की चेन का तोड़ा जा सके.
संक्रमित मरीजों की संख्या 756 के पार
गौरतलब है कि जिले में सोमवार तक संक्रमित मरीजों की संख्या 756 के पार हो चुकी थी. हालांकि राहत की बात यह है कि 360 से अधिक मरीज कोरोना को मात देकर वापस घर भी लौट चुके हैं. इस तरह से जिले में अब कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 393 बची हुई है. बीते 2 अगस्त को जिले में 63 नए पॉजिटिव मामले सामने आए थे. क्रमण के फैलाव को रोकने के लिए पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग का काम भी युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. सभी कंटेनमेंट जोन में विशेष सतर्कता बरती जा रही है और कंटेनमेंट जोन के आस-पास के गांव में युद्ध स्तर पर कोरोना जांच सुनिश्चित कराई जा रही है.