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सीतामढ़ी: नदी में डूबने से लापता हुआ 1 व्यक्ति, नहीं मिला शव - bihar news

स्थानीय पुलिस पदाधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी नदी किनारे मौजूद रहे. साथ ही सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग भी जुटे हुए थे. उन्हें यह उम्मीद थी कि स्थानीय गोताखोरों और एसडीआरएफ टीम की मदद से शव को खोज लिया जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया.

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Published : Jul 13, 2020, 11:04 PM IST

सीतामढ़ी: जिले में बसौल पुल के समीप सोमवार कि मनुष्यमरा नदी में तेज बहाव में डूब कर लापता हुए शिवजी चौधरी की खोज जारी है. लेकिन रात हो जाने तक शव का अता-पता नहीं चल पाया. लिहाजा अब मंगलवार को भी उसकी तलाश जारी रहेगी.

एसडीआरएफ की टीम
एसडीआरएफ की टीम

स्थानीय गोताखोरों और एसडीआरएफ के साथ जेडीयू जिला अध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान के साथ नदी की धारा में डूब चुके शिवजी चौधरी की तलाश में जुटे रहे. लेकिन खोज पाने में सफलता नहीं मिल पाई. लिहाजा परिवार के सदस्य और ग्रामीण के बीच निराशा है. पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर मृतक का शव मिल जाता तो समय से उसका अंतिम संस्कार किया जाता. लेकिन अब तक शव नहीं मिल पाया है.

देखें रिपोर्ट

प्रशासन की उदासीनता के कारण नहीं बन सका पुल
जेडीयू के जिला अध्यक्ष सह विधायक प्रतिनिधि राणा रणधीर सिंह चौहान ने बताया कि बसौल डायवर्सन के पास प्रत्येक वर्ष बाढ़ के दौरान लोगों की जान चली जाती है. लेकिन जिला प्रशासन उदासीन बनी हुई है. इस डायवर्सन के पास 8 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण किया जा चुका है. लेकिन जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण उस पुल का अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है. इस कारण लोग अपनी जान जोखिम में डालकर तेज धारा को पार करते हैं. इस कारण कई लोग हादसे का शिकार हो जाते है.

सीतामढ़ी: जिले में बसौल पुल के समीप सोमवार कि मनुष्यमरा नदी में तेज बहाव में डूब कर लापता हुए शिवजी चौधरी की खोज जारी है. लेकिन रात हो जाने तक शव का अता-पता नहीं चल पाया. लिहाजा अब मंगलवार को भी उसकी तलाश जारी रहेगी.

एसडीआरएफ की टीम
एसडीआरएफ की टीम

स्थानीय गोताखोरों और एसडीआरएफ के साथ जेडीयू जिला अध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान के साथ नदी की धारा में डूब चुके शिवजी चौधरी की तलाश में जुटे रहे. लेकिन खोज पाने में सफलता नहीं मिल पाई. लिहाजा परिवार के सदस्य और ग्रामीण के बीच निराशा है. पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर मृतक का शव मिल जाता तो समय से उसका अंतिम संस्कार किया जाता. लेकिन अब तक शव नहीं मिल पाया है.

देखें रिपोर्ट

प्रशासन की उदासीनता के कारण नहीं बन सका पुल
जेडीयू के जिला अध्यक्ष सह विधायक प्रतिनिधि राणा रणधीर सिंह चौहान ने बताया कि बसौल डायवर्सन के पास प्रत्येक वर्ष बाढ़ के दौरान लोगों की जान चली जाती है. लेकिन जिला प्रशासन उदासीन बनी हुई है. इस डायवर्सन के पास 8 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण किया जा चुका है. लेकिन जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण उस पुल का अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है. इस कारण लोग अपनी जान जोखिम में डालकर तेज धारा को पार करते हैं. इस कारण कई लोग हादसे का शिकार हो जाते है.

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