शेखपुरा: जिले में धान रोपाई के लिए हर साल सहरसा, खगड़िया, बेगूसराय और समस्तीपुर हजारों मजदूर आते थे. इस इलाके में लोग उन्हे ‘रोपना’ के नाम से पुकारते थे. लेकिन इस बार लॉकडाउन से धान की रोपाई में समस्या हो रही है.
सहरसा, खगड़िया, बेगूसराय और समस्तीपुर हजारों मजदूर प्रत्येक साल शेखपुरा, लखीसराय और नवादा जिले में जाकर धान की रोपाई करते थे. इनके आ जाने से धान की रोपाई में किसानों को मदद मिलती थी. कम खर्च में जल्द धान की रोपाई हो जाती थी. किसानों ने बताया कि ये मजदूर न सिर्फ धान की रोपाई करते थे, बल्कि धान की बिचड़ा उखाड़ने से लेकर खेत में मेढ़ तैयार करने का काम किया करते थे.
'मजदूरों को रोजगार मिल सकें'
किसानों ने बताया कि इस बार धान की रोपाई के समय ही लॉकडाउन लग गया. इससे आवागमन प्रभावित होने की वजह से मजदूर शेखपुरा, लखीसराय और नवादा जिलों में आने के लिए असमर्थता जाहिर कर रहे हैं, जिससे धान की रोपाई का कार्य बुरी तरह प्रभावित हो गया है. वहीं, किसानों ने मांग किया है कि मजदूर वाले वाहन आने -जाने की अनुमति दी जाए, जिससे कृषि कार्य पर बुरा असर न पड़े और मजदूरों को रोजगार मिल सकें.