शेखपुराः बिहार के शेखपुरा में बीती देर शेखपुरा-बरबीघा NH 333 A मुख्य सड़क मार्ग के फरीदपुर गांव के पास एक हाईवा की चपेट में आने से बाइकसवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना में बाइक भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि मौके से हाईवा चालक वाहन लेकर फरार हो गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर पहुंचे परिजनों में कोहराम मच गया.
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बाइकसवार दो युवकों की मौतः घटना के बाद स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी हथियामा ओपी पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए शेखपुरा सदर अस्पताल भेज दिया. दोनों युवक शेखपुरा सदर प्रखंड के बिहटा गांव के रहने वाले थे. मृतकों की पहचान अशोक चौधरी के पुत्र देवराज चौधरी और उदय चौधरी के पुत्र पहलाद चौधरी के रूप में की गई है.
खरीदारी करने जा रहे थे बरबीघाः घटना के संबंध में जानकारी देते हुए पीड़ित परिजनों ने बताया कि घटना से कुछ घंटे पहले ही उन्होंने नई बाइक खरीदी थी. जिसके बाद गांव में लक्ष्मी पूजा के आयोजन को लेकर सामान की खरीदारी करने बरबीघा जा रहे थे. तभी फरीदपुर गांव के समीप विपरीत दिशा से आ रहे एक हाईवा की चपेट में आ गए. जिससे उनकी मौके पर दर्दनाक मौत हो गई. मृत दोनों युवक आपस में चचेरे भाई बताए जाते हैंय घटना के बाद हाईवा चालक हाईवा लेकर मौके से फरार हो गया.
"दोनों पूजा का सामान लाने बरबीघा जा रहे थे. धनतेरस पर नई बाइक खरीदी थी. उनमें एक देवराज चौधरी मैट्रिक की परीक्षा पास कर इंटर में नाम लिखावाया था और पहलाद चौधरी ने इंटर पास होकर ग्रेजुएशन में नामांकन कराया था. प्रशासन से मांग है कि हाईवा चालक को पकड़ कर उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए"- परिजन
परिजनों ने की कार्रवाई की मांगः घटना के बाद कुछ देर के लिए घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया, लेकिन मौके पर पहुंची स्थानीय थाने की पुलिस ने स्थिति को काबू किया. घटना के बाद इसकी जानकारी मिलते ही रात में ही कई जनप्रतिनिधि घटनास्थल पर पहुंचे. घटना के बाद परिजनों ने जिला प्रशासन से उक्त हाईवा चालक को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. इसके साथ ही उचित मुआवजे की मांग की गई है.
आए दिन होती हैं ऐसी घटनाएंः बता दें शेखपुरा-बरबीघा मुख्य सड़क मार्ग पर रात्रि में गिट्टी ढोने वाले बड़े वाहन इतनी तेज रफ्तार में चलते हैं कि आए दिन इस तरीके की घटना सामने आती रहती है. खास तौर पर कारे, बाजितपुर और आस-पास के पहाड़ी भूखंडों से पत्थर लोड कर ले जाने वाले बड़े वाहन लगातार तेज रफ्तार से चलते हैं. जिस कारण ये घटनाएं होती हैं.