शेखपुरा: बिहार विधानसभा 2020 की प्रथम चार की अधिसूचना जारी होने के बावजूद गुरुवार को पहले दिन किसी भी दल के प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल नहीं किया. बताया जा रहा है कि कई दलों में अभी तक प्रत्याशियों के लिस्ट के अंतिम लिस्ट पर मुहर नहीं लगी है. जिस वजह से दलों की टिकट पाने की लालसा रखने वाले कई संभावित प्रत्याशी इस आशा में है कि दल का टिकट उन्हें ही मिलेगा.
वहीं, कई प्रत्याशी इस आशा में भी हैं कि प्रदेश स्तर पर लोजपा, एनडीए और कांग्रेस, राजद का गठबंधन नहीं बनेगा और उन्हें टिकट मिलेगा. यही कारण है कि प्रत्याशी अभी विधानसभा छोड़कर पटना और दिल्ली पार्टी दफ्तरों से लेकर पार्टी वरीय नेताओं के चक्कर काट रहे हैं. कई प्रत्याशी दिल्ली और पटना से ही अपने समर्थकों को निराश नहीं होने का संदेश दे रहे हैं और सोशल मीडिया पर अपने नामांकन की तिथि भी बता रहे हैं. लेकिन सतह पर उन प्रत्याशियों की अभी कोई एक्टिविटी नहीं देखी जा रही है.
सीट शेयरिंग पर मामला साफ नहीं
कोरोना के कारण इस बार का चुनाव अलह होगा. इस बार चुनाव आयोग ने नामांकन में भीड़-भाड़ नहीं लगाने के निर्देश दिए हैं. लिहाजा कोई भी दल अपने कार्यकर्ताओं को खुले तौर नामांकन में आने का निमंत्रण नहीं दे रहे हैं. इस बीच समाहरणालय इर्द-गिर्द मिठाई के दुकानों में भी उत्साह नहीं दिख रहा है.
अब तक की जानकारी
राजद और जदयू के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जदयू उम्मीदवार जहां 5 अक्टूबर को नामांकन करेंगे तो वहीं, राजद प्रत्याशी के 7 अक्टूबर को नामांकन भरने की सूचना है. कमोवेश इन्हीं दो दिनों में भीड़ देखी जाएगी. प्रत्याशी नामांकन के लिए एक ओर टिकट के जुगाड़ में लगे हुए है वहीं, दूसरी ओर कई प्रत्याशी पंडितों से पोथी पत्रा भी दिखवा रहे है ताकि उसकी जीत सुनिश्चित हो सके. इस बीच कई निर्दलीय के नामांकन भी संभावना बताई जा रही है जो अगले एक या दो दिन में अपना नामांकन करवा सकते हैं.