छपरा: छपरा में शराब माफियाओं के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं. प्रशासन की कार्रवाई के बावजूद जहरीली शराब की बिक्री रुक नहीं रही है. एक और युवक की जहरीली शराब पीने के कारण मौत हो गई है. गंभीर रूप से बीमार युवक को बेहतर इलाज के लिए सोमवार को पटना रेफर किया गया था, जहां पीएमसीएच में उसकी मौत हो गई है. मृतक सुनील कुमार तरैया थाना क्षेत्र के शाहनवाजपुर का रहने वाला बताया जाता है. वहीं परिजनों का आरोप है कि बयान बदलने को लेकर पोस्टमार्टम के समय जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के द्वारा उन्हें डराया धमकाया गया है. जानकारी के अनुसार मृतक के चाचा भी जहरीली शराब पीने से बीमार हैं और छपरा के किसी निजी क्लीनिक में चोरी छुपे अपना इलाज करा रहे हैं. (Bihar Hooch Tragedy) (chapra Hooch Tragedy)
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पीएमसीएच में इलाज के दौरान युवक की मौत: जिले के तरैया थाना क्षेत्र के शाहनवाज पूर्व गांव में इसके बाद दहशत का माहौल है. क्योंकि इससे पहले भी जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हो चुकी है. लोगों को भय है कि वैसी घटना फिर से न दोहराने लगे. युवक के पिता राजेश्वर शाह ने बताया कि उसका बेटा सुनील कुमार नए साल के जश्न में गया था. जहां उसने शराब पी ली थी. घर आने के बाद उसकी तबीयत खराब होने लगी. आनन-फानन में उसे छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. गंभीर हालत को देखते हुए पटना रेफर कर दिया गया है.
परिजनों का आरोप- 'प्रशासन से मिल रही बयान बदलने की धमकी': परिजनों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि धमकाने के बाद उन लोगों ने डर के मारे अपना बयान बदल दिया है. अब परिजन कह रह हैं कि बीमारी से मृत्यु हुई है जबकि कल पिता ने जहरीली शराब पीने से मौत की बात कही थी. मृतक के चाचा की हालत भी खराब है. पुलिस प्रशासन के डर से वे छिपकर किसी निजी क्लिनिक में अपना इलाज करा रहे हैं. धमकी के बाद अब परिजन ठंड लगने से मौत की बात कह रहे हैं.
73 लोगों की हुई थी मौतः जहरीली शराबकांड एक बार फिर से दोहराने की आशंका है. इसको लेकर लोगों में दहशत का माहौल हो गया है. जिला प्रशासन की इतनी चौक से के बाद भी अभी लोग शराब पीने से बाज नहीं आ रहे हैं. हाल में छपरा में जहरीली शराब पीने से शराब पीने से 73 लोगों की मौत हो गई थी. हालांकि आधिकारिक तौर पर 38 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई थी. कई लोगों का अब तक इलाज चल रहा है. लेकिन फिर भी लोग शराब पीने से नहीं मान रहे हैं. ताजा मामला सामने आने के बाद पुलिस की सख्ती पर सवाल उठने लगे हैं. इतनी सख्ती के बाद भी लोग शराब पी रहे हैं.