सारण: बिहार के छपरा जिले में चैनपुर और पानापुर प्रखंड क्षेत्र को जोड़ने वाला रेलवे क्रासिंग ढाला-3 को रेलवे विभाग बंद (Railway crossing closed in Saran) करने का विचार बना रहा है. इसकी सूचना मिलने पर भारी संख्या में गुरुवार को ग्रामीण रेलवे क्रासिंग पर पहुंच गये और आक्रोशित ग्रामीण रेलवे ट्रैक पर उतरकर विरोध प्रदर्शन (Villagers Protest on railway track in Saran) किये. इस दौरान उन्होंने रेलवे क्रासिंग ढाला-3 को बंद नहीं किये जाने की मांग की और कहा कि इससे कई गांवों के लोगों की आवाजाही बाधित होगी.
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रेलवे ढाला बंद करने का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण: प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि जो ढाला बंद करना है, वह बंद नहीं कर मुख्य रेलवे ढाला बंद करने का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है. रेलवे क्रसिंग के दूसरी ओर बसे पानापुर प्रखंड के पचासों गांव और मशरक प्रखंड के कुछ गांवों के लोगों की आवाजाही पर ब्रेक लग जाएगी. इसके साथ ही पचासों गांवों के लोगों के समक्ष आवागमन की समस्या खड़ी हो जाएगी. इस दौरान स्थानीय लोगों चेतावनी देते हुए कहा कि अगर रेल प्रशासन ने रेलवे ढाला को बंद किया तो इसके लिए वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे. उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर इस रेलवे क्रॉसिंग को बंद नहीं होने दिया जाएगा. चाहे इसके लिए कुछ भी करना पड़े.
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ग्रामीणों रेलवे के अधिकारियों को दिया ज्ञापन: वहीं, ग्रामीणों के द्वारा रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किये जाने की सूचना मिलने पर जीआरपी और आरपीएफ के साथ रेलवे के अधिकारी पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शान्त कराया. ग्रामीणों ने रेलवे क्रासिंग ढाला-3 नहीं बंद किये जाने का लेकर रेलवे के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा. बता दें कि रेलवे प्रशासन के द्वारा बड़े पैमाने पर रेलवे ढाला को बंद करने और अंडरपास बनाने की योजना चलाई जा रही है. इसको लेकर ग्रामीणों में काफी असंतोष है. दरअसल अंडरपास की चौड़ाई कम कम होने से बड़े वाहन नहीं जा सकते.
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