पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी कहा है कि गलत करोगे तो गलत नतीजा मिलेगा. उन्होंने मरने वालों पर ही शराब पीकर मरने की जिम्मेदारी थोप दी. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) ने कहा कि बिहार विधानसभा में बीजेपी ड्रामा कर रह रही है. उन्होंने कहा कि बिहार से ज्यादा मौतें गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और हरियाणा जैसे बीजेपी शासित राज्यों में हुई है. तब वहां के मुख्यमंत्रियों से इस्तीफा क्यों नहीं मांगा गया.
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'भाजपा शासित राज्यों में जहरीली शराब से मौत' : तेजस्वी यादव ने कहा कि NCRB के 2016 से 2020 के आंकड़ों के अनुसार जहरीली शराब से सबसे ज्यादा मौत भाजपा शासित राज्यों में ही हुई है. उन्होंने बताया कि सांसद दानिश अली ने देश भर में जहरीली शराब से हुई मौत के आंकड़े मांगे थे. इसके जवाब में गृह राज्यमंत्री ने जानकारी दी है कि 2016 से 2020 तक के आंकड़ों के अनुसार जहरीली शराब से सबसे ज्यादा मौत एमपी में हुई है. 1214 लोगों की मौत हुई. दूसरे नंबर पर कर्नाटका में 909 लोगों की मौत हुई. पंजाब में 725, हरियाणा में 476, गुजरात में 50 और बिहार में 21 लोगों की मौत हुई. भाजपा एमपी और कर्नाटका सरकार के इस्तीफे की मांग करेगी क्या.
''जब चार महीने पहले भाजपा मंत्री के रिश्तेदार के घर से शराब मिली थी या फिर जब गोपालगंज में घटना हुई थी, तब भाजपा कहां थी?. पिछले 4 सालों में बिहार से ज्यादा गुजरात में मौत हुई है. पिछले चार सालों में गुजरात में 50 लोगों की जहरीली शराब से जान गयी है तो क्या देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री इसकी जिम्मेदारी लेंगे, क्या वो इस्तीफा देंगे?'' - तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार
बिहार विधानसभा में बीजेपी का हंगामाः बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी सदन में जमकर हंगामा हो रहा है. कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष और विधानभा अध्यक्ष के बीच वाद विवाद हो गया. अवध बिहारी चौधरी ने विजय सिन्हा को कहा कि अपने सदस्यों को स्थान पर बैठने के लिए कहिए तभी आपको बोलने दिया जाएगा. ये सुनते ही विजय सिन्हा समेत सभी बीजेपी विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया और पोर्टिको में धरने पर बैठ गए. (winter session of bihar assembly)नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि सदन के अंदर जहरीली शराब का मुद्दा उठाने नहीं दिया गया. लोकतंत्र की हत्या हुई है. आसन का आचरण विपक्ष के प्रति कतई उचित नहीं है.
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छपरा जहरीली शराब कांड: बिहार के सारण जिले में हर घंटे जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा एक-एक कर बढ़ता जा रहा है. जहरीली शराब पीने से अब तक 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोगों की आंखों की रोशनी चली गई. हालाकि, प्रशासन अब तक 26 लोगों की मौत की पुष्टि कर रहा है. ये मौतें मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक हुई हैं. वहीं, शराब कांड में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए SDPO का ट्रांसफर, थानाध्यक्ष और कांस्टेबल को किया सस्पेंड कर दिया है.
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"हमारे विधायक एक घंटे से खड़े थे लेकिन आसन ने नेता प्रतिपक्ष को एक बार बोलने का मौका तक नहीं दिया. जहरीली शराब से मौत मामले पर सीएम को वक्तव्य देना चाहिए, प्रश्नकाल को स्थगित करके बहस करानी चाहिए. इतने बड़े मुद्दे पर हमारी आवाज दबाना कहीं से भी उचित नहीं है."- विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष