सारण(छपरा): देशभर में शनिवार को महाअष्टमी की पूजा हो रही है और जगह-जगह माता के पंडालों में महाअष्टमी की विशेष पूजा हो रही है. कोविड-19 के खतरों को देखते हुए बहुत ही कम जगहों पर देवी मां की स्थापना की गई है. लेकिन जहां परंपरागत रूप से मंदिर हैं या कालीबाड़ी जैसे जगहों पर शांतिपूर्वक ढंग से और कोविड-19 के निर्देशों का पालन करते हुए इस महापर्व को मनाया जा रहा है.
कोविड-19 के निर्देशों के अनुसार पूजा
जिले में कोविड-19 के निर्देशों के अनुसार पूजा अर्चना का कार्यक्रम हो रहा है. छपरा के सबसे प्राचीन कालीबाड़ी में शनिवार को महाअष्टमी की विशेष पूजा की गई और माता को पुष्पांजलि अर्पित की गई. इसके साथ ही शनिवार को महाअष्टमी की पूजा समाप्त हो गई. वहीं, रविवार को नवमी है और सोमवार को सिंदूर खेला के साथ ही माता का विसर्जन कर दिया जाएगा. इस प्रकार छपरा की काली बाड़ी में बहुत ही संयम और और शांतिपूर्वक ढंग से पूजा हो रही है. लेकिन यहां आने वाले लोगों को मास्क पहनने और दूरी बना के रहने का निर्देश भी दिया जा रहा है. यहां सिर्फ पूजा हो रही है और यहां हर साल होने वाला महा भोग का कार्यक्रम रदद् कर दिया गया है.
इस साल नहीं हो रही मां की विशेष आरती
वहीं, इसके साथ ही कालीबाड़ी में हर साल की तरह शाम को होने वाली मां की विशेष आरती नहीं हो रही है. हर साल कोलकाता से आने वाले कलाकार जो कि ढाकी और ढोल की थाप पर मां की विशेष आरती पर करते थे. वह मनोरम दृश्य भी इस बार देखने को नहीं मिला है और न ही माता के विशेष भोग के तौर पर मिलने वाला महा प्रसाद ही इस बार बनाया गया है. इसको लेकर पूजा समिति के सदस्यों सहित आम लोगों को भी काफी सुना महसूस हो रहा है. लेकिन कोविड-19 के खतरे को देखते हुए इन सब पर रोक लगा दी गयी है. इसके बाद भी लोगों की आस्था भारी पड़ी है और मास्क लगाकर भी लोग माता के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं.