सारण: भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प के बाद शहादत की जो खबर आई, उससे परिवार समेत पूरे गांव में मातम का माहौल छा गया था. पूरी रात पत्नी रोती-बिलखती रही. वहीं, मां और पिता भी बदहवास दिखे. लेकिन उनके लिए बुधवार की सुबह नई जिंदगी लेकर आई. एक फोन कॉल ने परिवार में छाए गम को खुशी में बदल दिया.
दरअसल, मंगलवार की शाम सारण जिले में रहने वाले सुनील राय के परिवार के लिए अमंगलकारी खबर लेकर आई थी. उन्हें पता चला था कि भारत और चीन के बीच हुए हिंसक झड़प में सुनील राय शहीद हो गए थे, लेकिन बुधवार की एक फोन ने पूरे परिवार को गम से बाहर निकाल दिया.
सुनील ने की फोन पर बात
बुधवार की सुबह सुनील ने अपने परिवार वालों को फोन कर बताया कि वह ठीक और सुरक्षित है. इस खबर को सुनते ही उनकी पत्नी मेनका कुमारी का चेहरा खिल उठा. परिवार में छाया मातम खुशी में बदल गया.
20 जवान शहीद
गौरतलब है कि चाईना बॉर्डर के गलवान घाटी में मंगलवार को अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं. ये सभी बिहार रेजिमेंट के जवान बताए जा रहे हैं. इस हमले में 16 बिहार रेजीमेंट के कमांडिंग ऑफिसर और 19 अन्य जवानों के शहीद होने की खबर आई है. वहींं, 11 जवानों के घायल होने की भी सेना मुख्यालय ने पुष्टि की है. इसमें दर्जनों चीनी अधिकारी और सिपाहियों के भी मृत्यु होने और घायल होने की खबर है.
चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प
चीन के साथ भारत की ये हिंसक झड़प लद्दाख की गलवान वैली में हुई है. ये वही गलवन वैली है जहां 1962 की जंग में 33 भारतीयों की जान गई थी. भारतीय सेना ने स्वीकार किया है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हुए हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैनिकों की मौत हुई है.
संघर्ष हुआ बंद
सेना का कहना है कि इस संघर्ष में 17 सैनिक गंभीर रूप से घायल हुए थे और शून्य से कम तापमान वाले ऊंचाई पर स्थित गलवान इलाके में उनकी मौत हो गई. सेना ने मंगलवार रात अपने आधिकारिक बयान में कहा कि गलवान इलाके में अब भारतीय और चीनी दोनों ही देशों के सैनिकों के बीच संघर्ष बंद हो गया है.