सारण: जाली नोट छापने के दौरान उपयोग होने वाली मशीन और पांच लाख रुपये के जाली नोट के साथ सारण पुलिस ने पांच धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है. लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस तरह की गतिविधियों में शामिल वांछित अपराधियों को चिन्हित कर जांच की गई. इसमें सारण पुलिस को बड़ी सफलता मिली.
सारण के एसपी हरकिशोर राय ने प्रेस वार्ता कर बताया कि लगभग दस वर्षों से इन लोगों द्वारा जाली नोट छापने का कार्य किया जा रहा था. लेकिन अभी तक ये लोग पुलिस की पकड़ से बाहर थे. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए इन लोगों को गिरफ्तार किया है. सारण पुलिस के कई थानों की पुलिस के द्वारा संयुक्त रूप से की गई छापेमारी में यह सफलता मिली है.
गिरोह का मुख्य सरगनागिरफ्तार
जाली नोट छापने के मामले में गिरफ्तार धंधेबाजों में कोपा थाना क्षेत्र के चौखड़ा गांव निवासी संतोष कुमार, नीरज कुमार व महेंद्र कुमार शामिल है. वहीं, रिविलगंज थाना क्षेत्र के टेकनिवास गांव निवासी धीरज कुमार के साथ ही इस गिरोह का मुख्य सरगना बनियापुर थाना क्षेत्र के भखुरा भीठी गांव निवासी चंदन कुमार भी गिरफ्तार हुआ है. इस छापेमारी में लगभग पांच लाख रुपये के जाली नोट बरामद किया गया है. इसमें 50, 100, 500 और 2000 रुपये के नोट शामिल हैं.
छोटे बाजारोंमें करते थे नोट खपत
सारण जिले के कई थाना क्षेत्रों में जाली नोट छापने का धंधा कई वर्षों से चल रहा था. जाली नोट छापने के बाद बिहार के कई छोटे-छोटे बाजारों के साथ ही यूपी, पश्चिम बंगाल और असम के रास्ते पूर्वोत्तर राज्यों में इसकी खपत होने की बात सारण एसपी ने कही है. एसपी ने कहा कि आगे की जांच की जा रही है,जल्द से जल्द कार्रवाई होगी.