सारण: काफी वर्षों से सारण में एयरपोर्ट बनाने की मांग उठ रही है. सारण सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी भी सारण में एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं. उनका कहना है कि एयरपोर्ट का पूरा लेआउट बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास वर्षों से पेंडिंग है लेकिन सीएम इसकी मंजूरी नहीं दे रहे हैं. वहीं अब स्थानीय लोग भी जोर-शोर से इस मांग को उठाने लगे हैं.
पार्किंग स्थल बना हवाई अड्डा: सारण के जिला मुख्यालय छपरा में एक छोटा सा हवाई अड्डा रनवे बना हुआ है, लेकिन इस रनवे का इस्तेमाल भी परिवहन विभाग द्वारा जब्त बालू लदे ओवरलोडेड ट्रक को रखने में किया जा रहा है. इसके साथ ही यहां लोग क्रिकेट खेलते हैं, गाय भैंस चराते हैं. साथ ही क्षेत्रीय लोगों के लिए भी यह दो पहिया और चार पहिया वाहन सीखने के काम आ रहा है, लेकिन असल में इस जगह का इस्तेमाल जिस चीज के लिए किया जाना चाहिए वो नहीं हो रहा.
लोगों ने की हवाई अड्डा बनाने की मांग: यहां लगभग 1 किलोमीटर लंबा रनवे भी बना हुआ है, लेकिन कोई कंट्रोल टावर नहीं है. लोगों का कहना है कि उन्हें हवाई यात्रा के लिए पटना जाना पड़ता है. अगर सारण में ही एयरपोर्ट बन जाएगा तो उन्हें काफी सहूलियत होगी. उन्होंने सांसद राजीव प्रताप रूढ़ी की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि वो बिल्कुल ठीक कह रहे हैं. सारण का अपना एयरपोर्ट होना ही चाहिए.
"सब तरफ विकास हो रहा है, तो सारण में भी विकास की धारा बहनी चाहिए. सारण का भी अपना एयरपोर्ट होना चाहिए और इसके लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर पहल करे ताकि सारण के लोगों को भी विमान सेवा का लाभ मिल सके."- स्थानीय
हवाई अड्डा में नहीं होती है लैंडिंग: लोगों ने बताया कि यहां शायद ही कभी कोई विमान या हेलीकॉप्टर की लैंडिंग हुई हो. कभी किसी खास मौके पर जब कोई बहुत बड़ा वीआईपी गेस्ट आता है तो यहां पर हेलीकॉप्टर की लैंडिंग होती है. 2019 के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक जनसभा हुई थी, जिसमें उनके हेलीकॉप्टर के साथ दो अन्य हेलीकॉप्टरों की लैंडिंग हुई थी.