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छपरा: बाढ़ से पानापुर की कई पंचायत जलमग्न, NDRF ने 3 लोगों को डूबने से बचाया

छपरा जिले में बाढ़ ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है. बाढ़ के कारण जिले का तीन पंचायत जलमग्न हो चुका है. हालांकि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए एनडीआरएफ टीम की तैनाती कर दी गई है.

people are faces many problems effects of flood
जलमग्न हुआ घर
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Published : Jul 27, 2020, 12:12 PM IST

छपरा: जिले के पानापुर में बाढ़ ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थानांतर्गत फैजुल्लाहपुर में तटबंध टूटने से गंडक नदी का पानी पानापुर में प्रवेश करना शुरू कर दिया है. वहीं रविवार की दोपहर तक प्रखंड के बेलौर, सतजोड़ा और टोटहा जगतपुर पंचायत पूरी जलमग्न हो गया है. वहीं बाढ़ का पानी धेनुकी, बसहिया, महम्मदपुर, भोरहा आदि पंचायतों की तरफ तेजी से फैल रहा है.

people are faces many problems effects of flood
नाव से सुरक्षित स्थान पर जाते हुए लोग

ग्रामीणों के सामने भोजन की समस्या
बाढ़ से अपनी जानमाल की सुरक्षा के लिए लोगों ने ऊंचे स्थानों पर शरण ले लिया है. वहीं ग्रामीणों के सामने भोजन और मवेशियों के लिए चारे की समस्या उत्पन्न हो गई है. प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ पीड़ितों के लिए 6 नावों की व्यवस्था की गई है. सीओ रणधीर प्रसाद ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर जल्द ही शुरू कराया जाएगा.

3 लोगों को बचाया
पानी की धारा में बह तीन लोगों को एनडीआरएफ की टीम ने बचाया. बाढ़ की तेज धारा में डूब रहे सेमराहा गांव निवासी 35 वर्षीय अमरजीत राम, मुरलीमठ निवासी मजिस्टर राम की 10 वर्षीय पुत्र अंशु राज को एनडीआरएफ बिहटा की टीम ने बचा लिया. वहीं बेलौर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अवधेश सिंह की सूचना पर एनडीआरएफ की टीम ने मुरलीमठ गांव के करकटनुमा घर पर शरण लिए 12 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया.

छपरा: जिले के पानापुर में बाढ़ ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थानांतर्गत फैजुल्लाहपुर में तटबंध टूटने से गंडक नदी का पानी पानापुर में प्रवेश करना शुरू कर दिया है. वहीं रविवार की दोपहर तक प्रखंड के बेलौर, सतजोड़ा और टोटहा जगतपुर पंचायत पूरी जलमग्न हो गया है. वहीं बाढ़ का पानी धेनुकी, बसहिया, महम्मदपुर, भोरहा आदि पंचायतों की तरफ तेजी से फैल रहा है.

people are faces many problems effects of flood
नाव से सुरक्षित स्थान पर जाते हुए लोग

ग्रामीणों के सामने भोजन की समस्या
बाढ़ से अपनी जानमाल की सुरक्षा के लिए लोगों ने ऊंचे स्थानों पर शरण ले लिया है. वहीं ग्रामीणों के सामने भोजन और मवेशियों के लिए चारे की समस्या उत्पन्न हो गई है. प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ पीड़ितों के लिए 6 नावों की व्यवस्था की गई है. सीओ रणधीर प्रसाद ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर जल्द ही शुरू कराया जाएगा.

3 लोगों को बचाया
पानी की धारा में बह तीन लोगों को एनडीआरएफ की टीम ने बचाया. बाढ़ की तेज धारा में डूब रहे सेमराहा गांव निवासी 35 वर्षीय अमरजीत राम, मुरलीमठ निवासी मजिस्टर राम की 10 वर्षीय पुत्र अंशु राज को एनडीआरएफ बिहटा की टीम ने बचा लिया. वहीं बेलौर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अवधेश सिंह की सूचना पर एनडीआरएफ की टीम ने मुरलीमठ गांव के करकटनुमा घर पर शरण लिए 12 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया.

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