सारणः इन दिनों कोरोना के कहर के बाद अब प्रकृति भी अपना कहर बरपा रही है. कभी देश में भूकंप के झटके महसूस किये जा रहे है, तो कहीं लगातार टिड्डियों का फसलों पर हमला जारी है और टिड्डियों का ये दल अब तेजी से बिहार की ओर बढ़ रहा है. इसको लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयारी कर रहा है.
टिड्डियों का फसलों पर हमला जारी
इसी क्रम में रविवार को सोनपुर अनुमंडल स्थित ई-किसान भवन में एक बैठक आयोजित की गई. यह बैठक सारण प्रमंडल के संयुक्त कृषि निदेशक बिजेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में की गई. बैठक में किसानों के बीच टिड्डी दल से बचाव हेतु अग्निशमन यंत्र से माॅक ड्रिल का प्रदर्शन और बचाव की विस्तृत जानकारी दी गई.
टिड्डियों से बचाव के लिए विभाग पूरी तरह से तैयार
वहीं, पौधा संरक्षण विभाग के अधिकारी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि टिड्डी करोड़ों की संख्या में बिहार में प्रवेश करने वाली है. ऐसे में वे पेड़-पौधे पर करोड़ों की संख्या में आक्रमण करते हैं और कुछ ही घंटों में सारे फसलों को नष्ट कर देते हैं. ऐसे में टिड्डी से बचाव के लिए पहले से ही तैयार रहने की जरूरत है. साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को टिड्डियों से बचाव के लिए ढोल, नगाड़े को पीटकर किसान अपनी फसलों को बचा सकते हैं. टिड्डियों से बचाव के लिए विभाग पूरी तरह से तैयार है.
टिड्डियों के आक्रमण से बचने के लिए कर सकते हैं दवाओं का छिड़काव
अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि किसान अपनी समस्याओं का निवारण के लिए कृषि समन्वय, कृषि सलाहकारों से संपर्क कर कीटनाशक दवा की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. टिड्डियों के आक्रमण के बाद निम्न दवाओं का छिड़काव कर सकते हैं, जैसे क्लोरपीरिफॉस 20% ईसी, डेल्टामथ्रीन 5% ईसी, फिपरोनिल 5% ईसी, दवाओं का उपयोग कर सकते हैं.