सारण (छपरा): मुबंई के कुर्ला में चार मंजिला इमारत ढहने से सारण के कई मजदूर उस में दब (Many Labor Buried In Building Collapsed In Mumbai) गए. अब तक तीन मजदूरों की मौत की पुष्टि हो गई है. वहीं कई मजदूरों का अभी भी कुछ पता नहीं चला है. सभी मजदूर तरैया के एक ही गांव चैनपुर खराटी के बताए जा रहे हैं. घटना की सूचना मिलते ही मृतकों के घर में चीख पुकार मच गई. इधर, लापता मजदूर के परिजन अनहोनी के डर से आतंकित है. अब तक परिजनों का उनसे संपर्क नहीं हुआ है.
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मलबे में फंसे हैं कई मजदूर: मिल रही जानकारी के अनुसार धाराशायी बिल्डिंग के मलबे में 20 से 25 मजदूरों के फंसने की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल NDRF और SDRF की टीम बचाव कार्य में जुटी है. इस अभियान में अब तक 8 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है. बता दें कि इस बिल्डिंग में काम करने वाले ज्यादातर मजदूर छपरा के तरैया थाना क्षेत्र के हैं. वे निर्माणाधीन बिल्डिंग में सेंटरिंग का काम कर रहे थे. इसी दौरान अचानक बिल्डिंग के गिर जाने से सभी मजदूर मलबे में दब गए.
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गांव में पसरा मातमी सन्नाटा: जैसे ही घटना की सूचना मजदूरों के परिजनों को लगी. वे अपने-अपने स्वजनों को संपर्क करने में जुट गए. लेकिन काफी कोशिश करने के बाद भी कई मजदूरों के परिवार उनसे संपर्क नहीं कर पाए. इसी बीच छपरा के तीन मजदूरों के मौत होने की सूचना की पुष्टि होते ही गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. वहीं मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. अभी भी पांच मजदूरों के लापता होने की सूचना है. हादसे के शिकार सभी लोग काफी गरीब परिवार के हैं और रोजी रोजगार की तलाश में मुंबई में रह रहे थे.
मुंबई में गिरी बिल्डिंग: मुंबई के अधिकारी ने बताया कि दमकल कर्मी मलबे में फंसे अन्य लोगों की तलाश के लिए बचाव एवं तलाश अभियान चला रहे हैं. अधिकारी ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद दमकल कर्मियों के मौके पर पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने उन्हें मलबे में 20 से 22 लोगों के फंसे होने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दमकल की करीब 12 गाड़ियों के अलावा, दो बचाव वैन मौके पर तैनात है.
मलबे से 5 लोगों को निकाला गया: महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे ने बताया कि मलबे से 5 लोगों को निकाल लिया गया है और इन्हें अस्पताल ले जाया गया है. चारों बिल्डिंग को बीएमसी की ओर से नोटिस दिया गया था. फिर भी कुछ लोग वहां रह रहे थे. पहले प्रॉयरिटी है कि सभी लोगों को निकालें. मंगलवार की सुबह मिलकर लोगों को खाली कराएंगे और डिमोलिस कराएंगे. उन्होंने लोगों से अपील की है कि जब भी बीएमसी नोटिस दे तो जल्दी से खाली कर देना चाहिए, ताकि ऐसी घटना न हो.