सारणः छपरा के खनुआ नाला पर सरकारी और प्राइवेट अतिक्रमण (Encroachment at Khanua Nala) के कारण नाले का जीर्णोद्धार कार्य बाधित है. अतिक्रमण को हटाया भी जा रहा है, लेकिन यह कार्य पूरी तरह से संपन्न नहीं हो पाया है. लिहाजा बहुत जल्द नाले पर बनाए गए 286 दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी. दिशा की बैठक में सांसद समेत पार्षद और अधिकारियों से प्रस्ताव पर मंजूरी ले ली गई है.
इसे भी पढ़ें- छपरा खनुआ नाला पर घंटों चला हंगामा, अतिक्रमण हटाने गई टीम का लोगों ने किया विरोध
वुडको के सहायक इंजीनियर आनंद मोहन सिंह द्वारा दी गई रिपोर्ट में सुधा दुकान के बगल में नाला पर बने दो दुकानों को हटाने की रिपोर्ट दी गई थी. इसके आधार पर नगर निगम ने दुकान मालिकों को दुकानें हटाने का नोटिस भी जारी किया था. फिर बुलडोजर की मदद से दुकानों को हटा भी दिया गया.
जिला प्रशासन ने कहा है कि खनुआ नाला को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा. दिशा की बैठक में मंजूरी मिलने के बाद इसे प्रोसिंडिंग में ले लिया गया है. बहुत जल्द नाला पर बनाए गए 286 सरकारी दुकानों को तोड़ा जाएगा. यह कार्रवाई एनजीटी में दायर अवमानना याचिका के आदेश के आलोक में किया गया है.
इसे भी पढ़ें- पटना में नहीं होगा जलजमाव, निगम का दावा- '3 घंटे में निकाल देंगे पानी'
एनजीटी ने खनुआ नाला को मूल रुप में लाने का आदेश दिया है. जिसपर जिला प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है. रिपोर्ट में पता चला था कि नाले पर कई डॉक्टर, इंजीनियर और वकीलों ने भी कब्जा कर रखा है. ऐसे अवैध कब्जों को भी हटाने का निर्णय लिया गया है. नगर निगम और अंचल प्रशासन की तरफ से अवैध कब्जाधारियों को नोटिस भी जारी किया जा चुका है.
सेक्शन-33 के खनुआ नाला का खेसरा नंबर-9219 में दो भागों में अतिक्रमण है. पहला भाग 214 फीट गुना 12 फीट का 18 दुकान, दूसरा 230 गुना 12 फीट का 24 दुकान, 623 गुना 12 फीट का दुकान है. दूसरा भाग सुनील कुमार व्याहुत के द्वारा 70 फीट गुना 2 फीट का चबूतरा बनाया गया है.
इसे भी पढ़ें- खनुआ नाला की सफाई नहीं होने का परिणाम, रातभर की बारिश में डूब गया छपरा
बता दें कि सेक्शन-34 खेसरा 8953 और 12339 जिसकी लंबाई 675 और 36, 30, 18, 33 फीट है. नगरपालिका द्वारा दुकानें बनाई गई है. मौना पर भी दुकान बने हैं. खेरा नंबर- 8818 नाले के मुहाने पर पूर्ण रुप से भरा गया है और भोला और झगरु साह के द्वारा कब्जा किया गया है.
जीर्णोद्धार कार्य में वुडको के इंजीनियर की रिपोर्ट पर दो दुकानों को तोड़ा गया है. बाकी दुकानों और अतिक्रमण हटाने की प्रोसिंडिंग मिलेगी उस पर पहल किया जायेगा. 29 करोड़ की लागत से नाला का जीर्णोद्धार कार्य किया जा रहा है. बता दें कि प्रशासन की टीम ने हाल में पुरानी गुड़हट्ठी में जेसीबी से कई झोपड़ियों और पलानी को हटाया था.