सारणः बिहार के छपरा जिले के मांझी इंटर कॉलेज के प्राचार्य सहित पांच कर्मचारियों पर महाविद्यालय के खाते से 9 लाख रुपये की अवैध निकासी का मामला (FIR Against 9 lakh illegal withdrawal case) सामने आया है. इस मामले में महाविद्यालय के वर्तमान प्राचार्य सह सचिव सत्यप्रकाश प्रसाद ने पूर्व प्राचार्य के साथ पांच लोगों पर मांझी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
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प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की अनुसंधान कर नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. दर्ज प्राथमिकी में वर्तमान सचिव सह प्रचार्य ने आरोप लगया है कि कॉलेज के डुमरी शाखा के ( पंजाब नेशनल बैंक ) खाते से अवैध निकासी की. साथ ही महाविद्यालय के कनीय व्यख्याता हरेंद्र कुमार सिन्हा ने गलत तरीके से असल तथ्यों को छिपाते हुए खुद को प्रभारी प्राचार्य नियुक्त कर लिया.
सारण जिला अधिकारी द्वारा महाविद्यालय के पैसे में लूट खसोट से बचाने के लिए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा सारण सह-संयोजक मांझी इंटर कॉलेज को निर्देश था कि मांझी इंटर कॉलेज के प्राचार्य के संबंध में जिला अपीलीय प्राधिकार के समक्ष दाखिल वाद के निर्णय तक यथास्थिति बनाए रखें. आदेश की प्रति जिला कार्यक्रम पदाधकारी ने प्राचार्य सह सचिव हरेंद्र कुमार सिन्हा को भेजा था.
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प्राचार्य का आरोप है कि आदेश पत्र मिलते ही हरेंद्र कुमार सिन्हा ने महाविद्यालय की राशि लगभग 9 लाख रुपये निकाल लिए. साथ ही महाविद्यालय के अलमारी की चाबी लेकर फरार हो गए. आरोप के मुताबिक हरेंद्र कुमार सिन्हा ने कुछ अवांछित असामाजिक तत्वों को महाविद्यालय में भेज कर दहशत फैला रहे हैं.
इसके अलावा वे महाविद्यालय का लैपटॉप, प्रिंटर, बैंक पासबुक, चेक बुक के अलावा OFSS का पासवर्ड लेकर फरार हैं. अवैध निकासी में महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य हरेंद्र कुमार सिन्हा, सुनील कुमार सिंह, अरविंद कुमार गिरी, शशि भूषण सिंह और राज प्रकाश भी शामिल हैं. फिलहाल प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस अनुसंधान में जुट गई है.
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