सारण: बिहार के सारण जिले में छपरा जहरीली शराब कांड (Chhapra Hooch Tragedy) के बाद उत्पाद विभाग, जिला पुलिस, एंटी लिकर स्क्वायड के द्वारा लगातार ताबड़तोड़ कार्रावई की जा रही है. जिले के नदी के दियारे इलाके में भी छापेमारी की जा रही है. आज यानी 18 जनवरी को अवतार नगर थाना क्षेत्र के दियारा क्षेत्र में उत्पाद विभाग टीम द्वारा छापेमारी कर भारी मात्रा में अर्धनिर्मित शराब को नष्ट कर दिया गया. उत्पाद अधीक्षक रजनीश ने बताया कि शराब कारोबारी किसानों के खेतों में क्यारी बनाकर शराब को रख रहे हैं.
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'किसानों के खेत में क्यारी बना कर शराब को रखा गया था. जो ड्रोन के माध्यम से पता किया गया. जिसके बाद उसे बरामद कर नष्ट कर दिया गया. शराब कारोबारियों ने ड्रोन से और जानवरों से बचने के लिए खेत में फसलों के बीच छुपाकर शराब को रखा था. अब शराब माफियाओं ने अपनी रणनीति बदलते हुए दियारा में शराब बनाने का काम धीरे-धीरे बंद कर दिया है. खेतों के बीच, फसलों के बीच शराब माफिया शराब को बनाकर रख रहे हैं. उत्पाद विभाग की टीम ने खेतों से शराब बरामद करने का अभियान चलाया है. और इस अभियान में उत्पाद विभाग की टीम को काफी सफलता भी मिली है. लगातार बड़ी मात्रा में देसी शराब को नष्ट किया जा रहा है.' - रजनीश कुमार, उत्पाद अधीक्षक, सारण
छपरा जहरीली शराब कांड में 73 लोगों की मौत : गौरतलब है कि छपरा के मशरख में जहरीली शराब पीने से 73 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि सरकारी आंकड़ा 38 है. इस मामले के सामने आने के बाद पूरे बिहार में खलबली मच गई थी. छपरा जहरीली शराबकांड पर बिहार में सियासत (Bihar Hooch Tragedy) खूब हुई थी. मुआवजे की मांग को लेकर विपक्ष लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहा था. सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं थी. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तस्करी करने वाले 150 से ज्यादा शराब कारोबारी को गिरफ्तार किया था.