पटना: जी हां दिलीप जायसवाल को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर औपचारिक ताजपोशी का इंतजार है. हालांकि इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व से हरी झंडी का इंतजार किया जा रहा है. पार्टी में इस वक्त कई समीकरण पर चर्चा चल रही है. बिहार के लिए चुनावी साल है. 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं और भाजपा चुनाव की तैयारी में जुट गई है. विधानसभा चुनाव को देखते हुए संगठन चुनाव भी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है.
दिलीप जायसवाल के चयन पर नहीं लगी है मुहर: बिहार की राजनीति में संगठन की मजबूती के लिए जाने जानी वाली भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर अपने सांगठनिक कारणों से चर्चा में हैं. अनुशासित मानी जाने वाली पार्टी फिलवक्त इसलिए चर्चा में है कि 19 जनवरी को आयोजित राज्य परिषद की बैठक रद्द कर दी. इस बैठक में नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगनी थी.
कब आएंगे केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर?: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को बिहार आना था और उन्हीं के देखरेख में दिलीप जायसवाल की ताजपोशी होनी थी. राज्य कर समिति की बैठक में मुहर लगा था. बिहार प्रदेश के द्वारा लगातार केंद्र से समय मांगा जा रहा है लेकिन अब तक केंद्र की ओर से हरी झंडी नहीं मिली है. मनोहर लाल खट्टर पर्यवेक्षक के तौर पर बैठक में हिस्सा लेने वाले थे 19 जनवरी को कार्यक्रम तय था.
"निचले स्तर पर चुनाव संपन्न हो चुके हैं. राज्य कार्यसमिति की बैठक में अध्यक्ष के चयन पर मोहर लग जाएगी. दिल्ली चुनाव के चलते विलंब हो रहा है, लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष की ताजपोशी हो जाएगी और प्रदेश कमेटी का भी गठन कर लिया जाएगा."-विनोद शर्मा, भाजपा प्रवक्ता
जुलाई में दिलीप जायसवाल बने थे प्रदेश अध्यक्ष: वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल का चयन जुलाई 2024 को हुआ था. 6 महीने बीत चुके हैं लेकिन अब तक प्रदेश अध्यक्ष के चयन पर औपचारिक मोहर नहीं लगी है. प्रदेश स्तर की कमेटी के गठन का मामला भी अधर में लटका है.
"चुनावी साल है और अध्यक्ष की ताजपोशी में देरी के चलते बिहार प्रदेश में ऊहापोह की स्थिति है. कार्यकर्ता भी कन्फ्यूज्ड हैं. सवाल यह उठता है कि केंद्रीय नेतृत्व की ओर से क्यों विलंब की जा रही है. अगर और देरी हुई तो पार्टी को नुकसान हो सकता है." -रवि उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार
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