सारण: रेलवे में निजीकरण के खिलाफ देश भर के स्टेशन मास्टरों ने मंंगलवार को एक दिवसीय धरना और विरोध प्रदर्शन किया. ऑल इंडिया रेलवे स्टेशन मास्टर की केंद्रीय कार्यकारणी के नेतृत्व में देश के सभी 59 मंडलों में रेल प्रबंधकों द्वारा रेल मंत्री और चेयरमैन रेलवे बोर्ड को ज्ञापन सौंपा गया.
इस ज्ञापन के माध्यम से कहा गया की किसी भी स्थिति में रेलवे का निजीकरण और निगमीकरण नहीं किया जाए. साथ ही रेलवे के फ्रंट लाइन स्टाफ को 50 लाख का बीमा दिया जाए. वहीं छपरा जंक्शन पर भी स्टेशन मास्टरों ने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए एक दिवसीय धरना दिया. स्टेशन मास्टरों का कहना है की रेलवे का जिस तेजी से निजीकरण किया जा रहा है, इससे रेल कर्मियों के अस्तित्व पर सवाल खड़ा हो गया है.
दिया जाए 50 लाख का बीमा
उन्होने कहा कि हम भारतीय रेल के फ्रंट लाइन स्टाफ है. इसलिए हमें 50 लाख का बीमा दिया जाए. ताकि हम सुरक्षित रूप से अपने कार्य को अंजाम दे सके. वहीं स्टेशन मास्टरों ने कहा की हमें हर समय खतरों से जूझते हुए अपना कार्य करना पड़ता है. इसलिए हमारे लिए बीमा बहुत ही आवश्यक है.