सारण: लॉकडाउन में रोजी रोटी के अभाव में कई लोग वापस अपने गृह जिला लौट आए हैं. वापस आए इन लोगों को फिर से अब रोजगार की चिंता सताने लगी है. वहीं, बाहर से आ रहे प्रवासियों को उनके गृह जिले में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन लगातार काम कर रहा है. इसी को लेकर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने स्थानीय समाहरणालय परिसर में गुरुवार को प्रेस कांफ्रेस आयोजित कर कई जानकारी दी.
डीएम ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि बाहर से आये सभी प्रवासियों का एक पोर्टल पर निबन्धन कराया जा रहा है. जो बाहर से आये हैं और यहां रोजगार की तलाश में हैं, उन्हें यहीं रोजगार देने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि मनरेगा के साथ-साथ अन्य सरकारी और गैर सरकारी कार्य के लिए अकुशल कामगारों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. वहीं, कुशल कामगारों को भी यह सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. अभी तक 5000 हजार से ज्यादा लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है.
लोन के माध्यम से की जा रही स्वरोजगार में मदद
डीएम ने कहा कि बाहर से आए प्रवासी जो स्वयं का रोजगार करना चाहते हैं, उन्हें सरकार मुद्रा लोन और अन्य माध्यमों से लोन उपलब्ध कराया जा रहा है. डीएम ने कहा कि राज्य में लगभग 25,600 लोग ब्लॉक क्वॉरेंटाइन सेंटर और 23,000 हजार लोग होम क्वॉरेंटाइन में रह रहे हैं.