छपरा: एलजेपी (रामविलास) अध्यक्ष चिराग पासवान (LJP (Ram Vilas) President Chirag Paswan) ने जहरीली शराब से मौत (Death Due to Poisonous Liquor) के लिए बिहार सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. छपरा में जहरीली शराब पीने से मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि ये कैसी शराबबंदी है कि लोगों को आसानी से शराब मिल रही है और उसे पीने से उनकी जानें जा रही हैं.
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शनिवार को चिराग पासवान ने सारण जिले के अमनौर के हर नारायण स्थित डीह गांव का दौरा किया. जहां उन्होंने जहरीली शराब से हुई मौतों के शिकार सम्मत प्रसाद और वीरेंद्र ठाकुर के परिजनों से मिलकर सांत्वना दी. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अपना घर सुधर नहीं रहा है और यूपी चुनावों में प्रचार करने जा रहे है.
जमुई सांसद चिराग पासवान ने शराबबंदी को फेल बताया (Chirag Paswan Called Prohibition failure) है. उन्होंने कहा कि लोगों की मौत के बावजूद मुख्यमंत्री को कोई फर्क नहीं पड़ता. वे न तो पीड़ित परिवार से मिलने आते हैं और न ही कोई मुआवजा देते हैं. ऐसे में मैं बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग (Demand for President Rule in Bihar) करता हूं.
चिराग ने कहा कि शराब से मौत के लिए सरकार के साथ-साथ पुलिस-प्रशासन भी कम दोषी नहीं है. यहां के पुलिस अधीक्षक पहले दिन दो लोगों की मौत को ठंड से हुई मौत बता रहे थे. अगर उसी दिन जिला प्रशासन सक्रिय भूमिका निभाता तो बहुतों की जान बच सकती थी लेकिन प्रशासन इस कांड की लीपापोती में लगा रहा और मौतों का आंकड़ा बढ़ता गया.
"जब पूर्ण शराबबंदी है तो कहीं से शराब नहीं मिलनी चाहिए. मुख्यमंत्री से बिहार नहीं चलने वाला है, इसलिए राष्ट्रपति शासन लगे. कम से कम राष्ट्रपति शासन लगेगा तो पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा मिलेगा और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी मिलेगी"- चिराग पासवान, अध्यक्ष, एलजेपी (रामविलास)
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