ETV Bharat / state

OMG! भर रहे आयकर रिटर्न.. डकार रहे गरीबों का राशन, सारण में 23 हजार फर्जी हैं राशन कार्डधारी - Chairman Vidyanand Vikal

सारण में गरीबों का राशन डकराने वाले 23 हजार 809 अयोग्य राशन कार्डधारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. बिहार राज्य खाद्य आयोग इन अवैध राशन कार्ड को रद्द करेगा. राशन कार्डों की जांच के लिए अभियान चलाया गया (Ration Card Checking In Saran) था. जिसमें कई ऐसे लोगों के नाम पर राशन कार्ड मिले हैं, जो सरकरी नौकरी से लेकर आयकर रिटर्न तक भरते हैं. पढ़ें पूरी खबर...

सारण में राशन कार्ड चेकिंग
सारण में राशन कार्ड चेकिंग
author img

By

Published : Jun 24, 2022, 8:43 PM IST

छपरा: सारण जिले में लगभग 23 हजार अयोग्य राशन कार्ड धारियों के कार्ड को रद्द (Cancellation Of Ineligible Ration Card Holders) किया जाएगा. इसके लिए जिला में जांच अभियान शुरू कर दिया गया है. यह जानकारी बिहार राज्य खाद्य आयोग के चेयरमैन विद्यानंद विकल ने दी. वे शुक्रवार को छपरा में आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रहे थे. उन्होंने बताया कि जो लोग भी अवैध रूप से राशन कार्ड बनवाकर राशन उठ रहे हैं, उनको चिन्हित कर लिया गया है. जांच अभियान में ऐसे अभी तक 23 हजार 809 मामले सामने आए हैं.

यह भी पढ़ें: रोहतास: गरीबों का निवाला डकारने वालों पर प्रशासन सख्त, राशनकार्ड धारियों की जांच कर होगी कार्रवाई

आयकर रिटर्न भरने वाले उठा रहे राशन: उन्होंने बताया कि राशनकार्ड रद्द करने के लिए चार से पांच मानक तय किए गए है. जिसमे कार्डधारी की मृत्यु के बाद भी राशन का उठाव, सरकारी नौकरी करने वाले लोगों के साथ जो लोग आयकर रिटर्न भरते हैं, उनका कार्ड रद्द किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बिहार में पोषण एवं पोषाहार से संबंधित योजनाओं को लेकर आज सारण जिले में अधिकारियों के साथ बैठक की गई. जिसमें योजनाओं का मूल्यांकन और योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए उचित कदम उठाने को लेकर समीक्षा की गई.

यह भी पढ़ें: राशनकार्ड के नये नियमों के विरोध में भाकपा माले आक्रोशित, कहा- गरीबों को भूखे मारना चाहती है सरकार

जिले में 5.6 लाख राशन कार्डधारी: उन्होंने बताया कि राज्य में जन वितरण प्रणाली के तहत राशन कार्ड वितरण ऑनलाइन किया गया है. इसके साथ ही बायोमेट्रिक के जरिए पारदर्शिता रखते हुए राशन का वितरण किया जा रहा है. जिले में 5.6 लाख राशन कार्ड बनाए गए हैं. जिसमें साल 2020 से 2022 के दौरान 22518 नए राशन कार्ड बने हैं. इन सभी राशन कार्ड में 85% आधार सेटिंग का कार्य कर दिया गया है. उन्होंने जिले के कुपोषित बच्चों के लिए चलाए जा रहे योजनाओं की भी जानकारी दी.

कोषित बच्चों पर 20 हजार का खर्च: जिले में कुपोषित बच्चों के राज्य सरकार ने विशेष रूप से योजना लागू की है. उन्होंने बताया कि हर जिले में इसके लिए सदर अस्पताल परिसर में एनआरसी केंद्र बनाया गया है. जहां आंगनबाड़ी केंद्र की आशा दीदी कुपोषित बच्चों की पहचान कर भर्ती करवाती है. केंद्र में प्रत्येक बच्चे को 14 दिन तक इलाज किया जाता है. इस दौरान प्रत्येक बच्चे पर 20 हजार खर्च किए जाएंगे. इसके साथ ही पीड़ित बच्चों के मां को प्रत्येक दिन का दैनिक भत्ता दिया जाएगा.

उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 66 बच्चों को एनआरसी केंद्र में भर्ती किया कराया गया है. जिनको उचित इलाज कर स्वस्थ किया गया है. प्रेसवार्ता में विशेष रुप से जदयू जिलाध्यक्ष मुरारी सिंह, जिला प्रवक्ता मो फिरोज, जिला उपाध्यक्ष महेश सिंह , कलिंडर राम, कुसुम रानी, शकील बानो, शम्भू मांझी, जिला महासचिव अभिषेक रंजन आदि मौजूद थे.

छपरा: सारण जिले में लगभग 23 हजार अयोग्य राशन कार्ड धारियों के कार्ड को रद्द (Cancellation Of Ineligible Ration Card Holders) किया जाएगा. इसके लिए जिला में जांच अभियान शुरू कर दिया गया है. यह जानकारी बिहार राज्य खाद्य आयोग के चेयरमैन विद्यानंद विकल ने दी. वे शुक्रवार को छपरा में आयोजित प्रेस वार्ता में बोल रहे थे. उन्होंने बताया कि जो लोग भी अवैध रूप से राशन कार्ड बनवाकर राशन उठ रहे हैं, उनको चिन्हित कर लिया गया है. जांच अभियान में ऐसे अभी तक 23 हजार 809 मामले सामने आए हैं.

यह भी पढ़ें: रोहतास: गरीबों का निवाला डकारने वालों पर प्रशासन सख्त, राशनकार्ड धारियों की जांच कर होगी कार्रवाई

आयकर रिटर्न भरने वाले उठा रहे राशन: उन्होंने बताया कि राशनकार्ड रद्द करने के लिए चार से पांच मानक तय किए गए है. जिसमे कार्डधारी की मृत्यु के बाद भी राशन का उठाव, सरकारी नौकरी करने वाले लोगों के साथ जो लोग आयकर रिटर्न भरते हैं, उनका कार्ड रद्द किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बिहार में पोषण एवं पोषाहार से संबंधित योजनाओं को लेकर आज सारण जिले में अधिकारियों के साथ बैठक की गई. जिसमें योजनाओं का मूल्यांकन और योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए उचित कदम उठाने को लेकर समीक्षा की गई.

यह भी पढ़ें: राशनकार्ड के नये नियमों के विरोध में भाकपा माले आक्रोशित, कहा- गरीबों को भूखे मारना चाहती है सरकार

जिले में 5.6 लाख राशन कार्डधारी: उन्होंने बताया कि राज्य में जन वितरण प्रणाली के तहत राशन कार्ड वितरण ऑनलाइन किया गया है. इसके साथ ही बायोमेट्रिक के जरिए पारदर्शिता रखते हुए राशन का वितरण किया जा रहा है. जिले में 5.6 लाख राशन कार्ड बनाए गए हैं. जिसमें साल 2020 से 2022 के दौरान 22518 नए राशन कार्ड बने हैं. इन सभी राशन कार्ड में 85% आधार सेटिंग का कार्य कर दिया गया है. उन्होंने जिले के कुपोषित बच्चों के लिए चलाए जा रहे योजनाओं की भी जानकारी दी.

कोषित बच्चों पर 20 हजार का खर्च: जिले में कुपोषित बच्चों के राज्य सरकार ने विशेष रूप से योजना लागू की है. उन्होंने बताया कि हर जिले में इसके लिए सदर अस्पताल परिसर में एनआरसी केंद्र बनाया गया है. जहां आंगनबाड़ी केंद्र की आशा दीदी कुपोषित बच्चों की पहचान कर भर्ती करवाती है. केंद्र में प्रत्येक बच्चे को 14 दिन तक इलाज किया जाता है. इस दौरान प्रत्येक बच्चे पर 20 हजार खर्च किए जाएंगे. इसके साथ ही पीड़ित बच्चों के मां को प्रत्येक दिन का दैनिक भत्ता दिया जाएगा.

उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 66 बच्चों को एनआरसी केंद्र में भर्ती किया कराया गया है. जिनको उचित इलाज कर स्वस्थ किया गया है. प्रेसवार्ता में विशेष रुप से जदयू जिलाध्यक्ष मुरारी सिंह, जिला प्रवक्ता मो फिरोज, जिला उपाध्यक्ष महेश सिंह , कलिंडर राम, कुसुम रानी, शकील बानो, शम्भू मांझी, जिला महासचिव अभिषेक रंजन आदि मौजूद थे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.