सारण : जिले में 6 मई को लोकसभा चुनाव संपन्न हो गया. दोनों उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 23 मई को होना है. मगर इसके पहले दोनों खेमों में खुशी की लहर देखी जा रही है. महागठबंधन और एनडीए दोनों पार्टियां अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही है.
दोनों उम्मीदवारों ने किया जीत का दावा
आरजेडी के सुप्रीमो लालू यादव के समधी और तेज प्रताप के ससुर चंद्रिका राय के समर्थक एक तरफ अपनी जीत का दावा कर रहे तो दूसरी तरफ तत्कालीन सांसद राजीव प्रताप रूडी के अनुसार जनता उन्हें ही चुनेगी.
2014 के अपेक्षा मतदान प्रतिशत में बढ़त
सारण संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से आरजेडी प्रत्याशी के चुनावी अभिकर्ता लालबाबू यादव के अनुसार वर्ष 2014 के अपेक्षा इस बार के चुनाव में लगभग दो प्रतिशत मतदान का इजाफआ हुआ है. इसका फायदा आरजेडी को मिलेगा. उन्होंने कहा कि ये सारे मतदान राजद प्रत्याशी के पक्ष में हुआ है.
आरजेडी को मिल सकता है फायदा
उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में शहरी मतदाताओं में ज्यादा उत्साह नहीं दिखा. इसका लाभ राजद को मिलने की पूरी संभावना है. वहीं, जेडीयू व बाजेपी के कार्यकर्ताओं के आपसी मतभेद का भी फायदा आरजेडी को मिल सकता है.
बीजेपी के पास भी जीत की वजह
इधर, एनडीए की ओर से बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव सह तत्कालीन सांसद राजीव प्रताप रूडी के समर्थक अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. उनका कहना है कि पीएम मोदी के सबका साथ सबका विकास के मुद्दे को लेकर जनता ने उनको वोट दिया है.
1 लाख से ज्यादा मतों से मिलेगी जीत-BJP
बीजेपी के कार्यकर्ताओं की मानें तो इस बार सभी तरह के रिकार्ड टूटते नजर आएंगे. राजीव प्रताप रूडी लगभग एक लाख से ज्यादा मतो के अंतर से ये चुनाव जीत रहे है.
वर्ष 2014 के मुकाबले मतदान प्रतिशत में बढ़त:
- मढ़ौरा विधानसभा क्षेत्र में 57.08 प्रतिशत था, जबकि इस बार 56.08 प्रतिशत हुआ है.
- छपरा में 52.57 प्रतिशत था, जबकि इस बार 55.09% प्रतिशत हुआ है.
- वहीं, गरखा में 58.53 प्रतिशत था, जबकि इस बार 53.55% प्रतिशत हुआ है.
- अमनौर विधानसभा क्षेत्र में 55.15 प्रतिशत था, जबकि इस बार 57 प्रतिशत हुआ है.
- परसा विधानसभा क्षेत्र में 55.03 प्रतिशत था,लेकिन इस बार 62 प्रतिशत मतदान हुआ है.