समस्तीपुर: रेल डिवीजन के विभिन्न रूटों में ट्रेन के गेट और पायदान पर लटके यात्रियों से जुड़े हादसों के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं. इस तरह के खतरनाक सफर को जहां रेल यात्री नजरअंदाज कर रहे हैं, वहीं ऐसे हालातों को लेकर रेल प्रशासन भी पूरी तरह उदासीन बना हुआ है.
दुर्घटना की आशंका
बता दें कि, 16 जनवरी को हसनपुर के सकरपुरा में गेट पर लटके पांच लोगों की मौत हो गयी थी. वहीं इस हादसे में आधे दर्जन से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. हादसों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. लेकिन अभी भी ट्रेनों के गेट और पायदानों पर लटके यात्री ऐसी घटनाओं से कोई सबक नहीं ले रहे हैं. इस मामले पर रेल डिवीजन के सुरक्षा आयुक्त ने कहा कि सफर के दौरान गेट और पायदान पर लटके यात्रियों पर दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है. ऐसे यात्रियों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है.
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ट्रेनों की संख्या काफी कम
इस मामले पर रेल यात्री संघ से जुड़े लोगों का कहना है कि यात्रा सुरक्षित हो, इसको लेकर रेल यात्रियों को खुद जागरूक होना होगा. साथ ही नियमों के प्रति भी गंभीर होना होगा. उनका यह भी कहना है कि कई रूटों में ट्रेनों की संख्या काफी कम और यात्रियों की भीड़ अधिक होने के कारण गेट पर लटकना मजबूरी है.