समस्तीपुर: जिला में विश्वकर्मा पूजा की तैयारी जोड़ों पर है. वैसै पूजा की तारीख को लेकर इस बार भक्तजन असमंजस में है. दरअसल, यहां के पुजारी ने कहा है कि वर्षों बाद इस साल शिल्प देवता भगवान विश्वकर्मा की पूजा का शुभ मुहूर्त 17 के जगह 18 सितंबर को है. इस बार का शुभ मुहूर्त 17 सितंबर के शाम 5 बजे के बाद है. इसी कारण 18 सितंबर को यह पूजा श्रेष्ठकर है.
क्या कहते हैं पुजारी?
थानेश्र्वर मंदिर के पुजारी पंडित संतोष झा ने बताया कि इस साल 17 सितंबर को शाम 5 बजकर 36 मिनट के बाद विश्वकर्मा पूजा का काल शुरू होगा. इस वजह से 18 सितंबर को भगवान विश्वकर्मा की पूजा श्रेष्ठकर होगी. उन्होंने बताया कि 18 सितंबर को पूजा करने का शुभ काल दिन के 12 बजे तक है. हालांकि, लोग तो पूरे दिन हीं भगवान विश्वकर्मा की पूजा करेंगे.
सूर्य उदय के अनुसार शुभ मुहूर्त
गौरतलब है कि पंचांग के अनुसार सूर्य के उदय के अनुसार ही किसी भी पूजा के शुभ मुहूर्त की गणना होती है. इस अनूसार पुजारी के बताए गए मुहूर्त में सूर्य का उदय 18 सितंबर को होगा. इसलिए ऐसा कहा जा रहा है कि इस साल भगवान विश्वकर्मा की पूजा 17 सितंबर की बजाय 18 सितंबर को होगी.