ETV Bharat / state

कृप्या बीमार हो तो अस्पताल न आएं! उजियारपुर विधानसभा क्षेत्र में अस्पताल का बुरा हाल

author img

By

Published : Oct 8, 2020, 11:06 PM IST

समस्तीपुर के उजियारपुर विधानसभा क्षेत्र स्थित जयनाथ सेवा सदन सरकारी उदासीनता का शिकार हो चुका है. स्थानीय लोगों की मानें तो एक डॉक्टर और एक कंपाउंडर यहां बहाल जरूर हैं, लेकिन वे भी कब आते हैं और कब नहीं, इसका कोई अता-पता नही है. अस्पताल में सामान खराब हो रहा है.

patetic condition of hospital in samastipur, उजियारपुर विधानसभा क्षेत्र में अस्पताल का बुरा हाल
अस्पताल

समस्तीपुर: उजियारपुर विधानसभा का सलेमपुर गांव देश और प्रदेश के सियासत में खास स्थान रखने वाले जगरनाथ मिश्रा का ससुराल है. यहां दशकों से जयनाथ सेवा सदन के नाम से एक संस्था में जरूरतमंद मरीजों को निशुल्क इलाज किया जाता है. वहीं जब जगरनाथ मिश्रा बिहार के सीएम बने, उन्होंने इस सेवा संस्थान का कायाकल्प कर दिया था.

देखें पूरी खबर

अस्पताल का हाल बेहाल

बीस बेड का यह संस्था सरकारी अस्पताल जब बना था तब मरीजों के इलाज को लेकर तमाम आधुनिक इंतजाम थे. वक्त का पहिया घुमा, सूबे में बदलते सत्ता के साथ अस्पताल का हाल भी बदल गया. वैसे वर्तमान सरकार ने इस बदहाल अस्पताल को फिर से रंगरोहन कर, इस जयनाथ सेवा सदन को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाया. कई योजनाओं के तहत इसके अंदर लाखों के समान भी आए लेकिन मरीजों के लिए यहां ताला लटका दिया गया. स्थानीय लोगों की मानें तो एक डॉक्टर और एक कंपाउंडर यहां बहाल जरूर हैं, लेकिन वे भी कब आते हैं और कब नहीं, इसका कोई अता-पता नही है. अस्पताल में सामान खराब हो रहा है.

समस्तीपुर: उजियारपुर विधानसभा का सलेमपुर गांव देश और प्रदेश के सियासत में खास स्थान रखने वाले जगरनाथ मिश्रा का ससुराल है. यहां दशकों से जयनाथ सेवा सदन के नाम से एक संस्था में जरूरतमंद मरीजों को निशुल्क इलाज किया जाता है. वहीं जब जगरनाथ मिश्रा बिहार के सीएम बने, उन्होंने इस सेवा संस्थान का कायाकल्प कर दिया था.

देखें पूरी खबर

अस्पताल का हाल बेहाल

बीस बेड का यह संस्था सरकारी अस्पताल जब बना था तब मरीजों के इलाज को लेकर तमाम आधुनिक इंतजाम थे. वक्त का पहिया घुमा, सूबे में बदलते सत्ता के साथ अस्पताल का हाल भी बदल गया. वैसे वर्तमान सरकार ने इस बदहाल अस्पताल को फिर से रंगरोहन कर, इस जयनाथ सेवा सदन को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाया. कई योजनाओं के तहत इसके अंदर लाखों के समान भी आए लेकिन मरीजों के लिए यहां ताला लटका दिया गया. स्थानीय लोगों की मानें तो एक डॉक्टर और एक कंपाउंडर यहां बहाल जरूर हैं, लेकिन वे भी कब आते हैं और कब नहीं, इसका कोई अता-पता नही है. अस्पताल में सामान खराब हो रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.