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समस्तीपुर में खुलेगा वन स्टॉप सेंटर 'सखी', महिलाओं को मिलेगा महफूज ठिकाना

समस्तीपुर में महिलाओं की सुरक्षा और मदद के लिए करीब 48 लाख की लागत से वन स्टॉप सेंटर 'सखी' का निर्माण किया जाएगा. महिला हेल्पलाइन सेंटर के लिए जगह और डिजाइन को लेकर तैयारी हो रही है.

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Published : Jan 9, 2020, 8:12 PM IST

One stop center Sakhi
वन स्टॉप सेंटर 'सखी'

समस्तीपुरः जिले में जल्द ही निर्भया फंड के जरिये वन स्टॉप सेंटर 'सखी' का निर्माण होने वाला है. यह सेंटर महिला हेल्पलाइन के तौर पर काम करेगा. इससे प्रताड़ित आदी आबादी के परेशानियों का हल किया जाएगा. सेंटर में एक छत के नीचे पीड़ित लोगों के लिए प्रशासनिक मदद से लेकर आवासीय और मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी.

48 लाख की लागत से होगा सेंटर का निर्माण
बता दें कि जिले में महिलाओं की सुरक्षा और मदद के लिए करीब 48 लाख की लागत से सेंटर का निर्माण किया जाएगा. महिला हेल्पलाईन सेंटर के लिए जगह और डिजाइन को लेकर तैयारी में जुटा है. परियोजना प्रबंधक कुमारी ज्योति अर्चना ने बताया कि 'सखी' वन स्टॉप सेंटर में अपनों से प्रताड़ित महिलाओं को जंहा आश्रय दिया जाएगा. वहीं, उनके लिए मेडिकल सुविधा से लेकर कानूनी सहायता की भी व्यवस्था की जाएगी.

देखें पूरी रिपोर्ट

'सच्ची सखी साबित होगी सखी'
जानकारी के अनुसार सेंटर में पुलिस फेसिलिटेशन अफसर, डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ, केस वर्कर, डाटा एंट्री स्टाफ, सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था की जाएगी. सेंटर में प्रताड़ित महिलाओं को 4 से 5 दिनों के लिए रुकने की व्यवस्था की जाएगी. समाजिक कार्यकर्ता गीता कुमारी का मानना है कि सही मायने में यह सखी सेंटर पीड़ित महिलाओं के लिए सच्ची सखी साबित होगी.

गौरतलब है की पीड़ित महिलाओं को सही वक्त पर सभी सुविधा मुहैया हो, इसी मकसद से 2013 में निर्भया फंड का एलान किया गया था. इससे वन स्टॉप सेंटर बनाने की योजना थी. वैसे जिले में इसको लेकर जगह और डिजाइन आदि का चयन हो चुका है.

समस्तीपुरः जिले में जल्द ही निर्भया फंड के जरिये वन स्टॉप सेंटर 'सखी' का निर्माण होने वाला है. यह सेंटर महिला हेल्पलाइन के तौर पर काम करेगा. इससे प्रताड़ित आदी आबादी के परेशानियों का हल किया जाएगा. सेंटर में एक छत के नीचे पीड़ित लोगों के लिए प्रशासनिक मदद से लेकर आवासीय और मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी.

48 लाख की लागत से होगा सेंटर का निर्माण
बता दें कि जिले में महिलाओं की सुरक्षा और मदद के लिए करीब 48 लाख की लागत से सेंटर का निर्माण किया जाएगा. महिला हेल्पलाईन सेंटर के लिए जगह और डिजाइन को लेकर तैयारी में जुटा है. परियोजना प्रबंधक कुमारी ज्योति अर्चना ने बताया कि 'सखी' वन स्टॉप सेंटर में अपनों से प्रताड़ित महिलाओं को जंहा आश्रय दिया जाएगा. वहीं, उनके लिए मेडिकल सुविधा से लेकर कानूनी सहायता की भी व्यवस्था की जाएगी.

देखें पूरी रिपोर्ट

'सच्ची सखी साबित होगी सखी'
जानकारी के अनुसार सेंटर में पुलिस फेसिलिटेशन अफसर, डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ, केस वर्कर, डाटा एंट्री स्टाफ, सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था की जाएगी. सेंटर में प्रताड़ित महिलाओं को 4 से 5 दिनों के लिए रुकने की व्यवस्था की जाएगी. समाजिक कार्यकर्ता गीता कुमारी का मानना है कि सही मायने में यह सखी सेंटर पीड़ित महिलाओं के लिए सच्ची सखी साबित होगी.

गौरतलब है की पीड़ित महिलाओं को सही वक्त पर सभी सुविधा मुहैया हो, इसी मकसद से 2013 में निर्भया फंड का एलान किया गया था. इससे वन स्टॉप सेंटर बनाने की योजना थी. वैसे जिले में इसको लेकर जगह और डिजाइन आदि का चयन हो चुका है.

Intro:अपनों के द्वारा प्रताड़ित व ठुकराई आधी आबादी के लिए सहायक होगा अब सखी । दरअसल जिले में निर्भया फंड के जरिये वन स्टॉप सेंटर 'सखी' का जल्द निर्माण होने वाला है । जंहा एक छत के नीचे यैसी पीड़ित आधी आबादी को , प्रशासनिक मदद से लेकर आवासीय व मेडिकल सभी सुविधा उपलब्ध होगा ।


Body:महिलाओं के सुरक्षा व मदद के लिए निर्भया फंड से करीब 48 लाख की लागत से जल्द निर्माण होने वाला है वन स्टॉप सेंटर । महिला हेल्पलाईन इसके जगह व डिजाइन आदि को लेकर अपनी तैयारी में जुटा है । हेल्पलाईन के अनुसार इस 'सखी' वन स्टॉप सेंटर में अपनों से प्रताड़ित महिलाओं को जंहा आश्रय देगा वंही उनके मेडिकल सुविधा से लेकर सभी प्रकार के कानूनी सहायता में भी सहायक होगा ।

बाईट - कुमारी ज्योति अर्चना , परियोजना प्रवंधक , महिला हेल्प लाइन।

वीओ - जरूरतमंद महिलाओं के इस सखी सेंटर में जानकारी के अनुसार , पुलिस फेसिलिटेशन अफसर , डॉक्टर , पारा मेडिकल स्टाफ , केस वर्कर , डाटा एंट्री स्टाफ , सुरक्षा गार्ड आदि की व्यवस्था होगी । यही नही इस सेंटर पर यैसी प्रताड़ित महिलाओं को 4 से 5 दिनों तक रुकने की भी पूरी व्यवस्था होगी । बहरहाल आधी आबादी के हक व हकूक को लेकर लड़ाई लड़ने वालों का मानना है की , सही मायनों में यह सखी सेंटर , पीड़ित महिलाओं के लिए सच्ची सखी साबित होगा ।

बाईट - गीता कुमारी , समाजिक कार्यकर्ता ।


Conclusion:गौरतलब है की , पीड़ित महिलाओं को सही वक्त पर सभी सुविधा मुहैया हो , इसी मकसद से 2013 में इस निर्भया फंड का एलान व इससे वन स्टॉप सेंटर बनाने की योजना लाया गया था । वैसे जिले में इसको लेकर जगह व डिजाइन आदि का चयन हो चुका है ।

क्लोजिंग पीटीसी ।
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