समस्तीपुर: जिले में कोरोना के बीच बाढ़ ने किसानों की समस्या पहले ही दोगुनी कर रखी है. ऐसे में खाद की कालाबाजारी से किसान और ज्यादा हलकान हैं. डीलर मनमानी कीमतों पर खाद की बिक्री करते हैं, जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के मुताबिक जिले में एक ही आधार नबंर पर बड़ी मात्रा में खाद का वितरण किया गया है.
दरअसल, कई खाद डीलर विभागीय जांच की रडार पर हैं. कृषि निदेशालय कई खाद विक्रेताओं के करीब 74.63 टन खाद की कालाबाजारी की जांच कर रहा है. इसके अलावा 20 से अधिक किसानों के खिलाफ भी विभागीय जांच की जा रही है.
किसानों में मायूसी
पीड़ित किसानों की मानें तो उनका हक मारा जा रहा है. जरूरतमंद किसान कोरोना और बाढ़ से परेशान हैं. वे खाद को लेकर दर-दर भटक रहे हैं. मजबूरन उन्हें दोगुने दामों पर खाद खरीदना पड़ रहा है. इसमें संलिप्त कारोबारी कालाबाजारी के जरिए अपना खजाना भर रहे हैं.
कृषि निदेशालय कर रहा कार्रवाई
बता दें कि जिले में फैलते इस खाद के काले कारोबार पर स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ कृषि निदेशालय तक की नजर है. लेकिन इसका कोई खास असर होता नहीं दिख रहा है. मामले पर जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार ने बताया कि खाद की कालाबाजारी मामले में संलिप्त 9 डीलरों का लाइसेंस रद्द किया गया है. इसके अलावा प्रखंड स्तर पर अधिकारियों की टीम लगातार मामले से जुड़े लोगों के यहां छापेमारी कर रही है.