समस्तीपुरः जिले के किसानों से मालगुजारी के नाम पर सरकारी मनमानी चल रही है. मालगुजारी को लेकर किसानों से राज्य सरकार के नियम से विपरीत पैसे वसूले जा रहे हैं. आंकड़ो के अनुसार तय राशि से 18 से 20 फीसदी ज्यादा किसानों ने मालगुजारी दिया है.
जमीन पर लगने वाले सरकारी मालगुजारी में वसूली की कठिनाई दूर करने के लिए 2016 में सरकार ने 5 के गुणक में मालगुजारी और सेस के वसूली का आदेश दिया था. वहीं 2017 में इसमें संसोधन करते हुए 10 कर दिया गया है. लेकिन सरकार के इस आदेश के बाद भी किसानों से मालगुजारी वसूला जा रहा है. इस सरकारी दोहन के खिलाफ किसानों ने अपनी आवाज बुलंद कर दिया है. राजस्व विभाग से लेकर महालेखाकार तक को इस लूट की शिकायत की गयी है.
क्या कहा किसान नेता रामचंद्र महतो ने
सीपीआई एम के किसान नेता रामचंद्र महतो ने आरोप लगाया है कि सरकार के आदेश से उलट जिले में 15 से 20 गुना मालगुजारी किसानों से लिया जा रहा है. दरअसल, नियम के विरुद्ध होने वाले इस वसूली को लेकर 15 से अधिक किसानों का जो पेपर लिया गया है, उसके अनुरूप जिन किसानों ने 2013 में 35 रुपये मालगुजारी जमा किया था. उनसे 2016 में 600 रुपये से अधिक लिए गए. यह हाल जिले के लगभग सभी हिस्सों के किसानों के साथ हुआ है.
राजस्व विभाग क्या संज्ञान लेंगे
गौरतलब है की सरकारी नियम के अनुरूप जिले में वसूले गए मालगुजारी करोड़ो से ऊपर है. जिले के छह अंचल के 15 किसानों के भेजे कागजात के अनुसार ही , नियम के विरुद्ध इनसे 13 हजार 500 रुपये अतिरिक्त वसूले गए.इस मामले पर विभागीय अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. लेकिन अब देखना होगा, राजस्व विभाग और महालेखाकार इस मामले में कुछ संज्ञान लेता है या नहीं.