समस्तीपुर: राज्य सरकार आपदा से प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए कई तरह की योजना चला रही है. वित्तीय वर्ष 2020-21 में कोरोना महामारी (Corona Pandemic), बाढ़ (Flood), अग्निकांड आदि मदों में करीब 3071 लाख रुपये दिए गए थे. लेकिन आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management Department) को विभिन्न मदों में खर्च पैसे का ब्यौरा अब तक नहीं मिला है. ऐसे में जांच के बढ़े दायरों के साथ कई सवाल उठने लगे हैं.
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दरअसल, 2020-21 वित्तीय वर्ष में जिले में सबसे अधिक कोविड -19 में शेल्टर और अन्य मदों में करीब 1850 लाख रुपये दिए गए. वहीं, बाढ़ राहत के मद में करीब 436 लाख , लोकल डिजास्टर में 588 लाख, अग्निकांड में 152.88 लाख, वेटनरी रिप्लेसमेंट में तीन लाख व नाव आदि मद में एक लाख रुपये मिले.
विभागीय सूत्रों की माने तो, वित्तीय वर्ष 2020-21 समाप्ति के कई महीने बाद खर्च राशि का ब्योरा अबतक विभाग को उपलब्ध नहीं हुआ है. वैसे इस लेटलतीफी व राशि मे अनियमितता के आशंका को देखते हुए संबंधित सभी सीओ से आवंटित राशि की व्यय विवरणी मांगी गई है.
गौरतलब है की, कोविड -19 समेत कई प्राकृतिक आपदा में प्रभावित लोगों को राहत देने के मद्देनजर राज्य सरकार के तरफ से कई योजनाओं को चलाया जा रहा. वहीं, इसी मद में आपदा प्रवंधन विभाग के तरफ से उन्हें आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराया जाता हैं.
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