समस्तीपुर: जिले की सुरक्षित समस्तीपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है. जहां एनडीए की तरफ से लोजपा के दिवंगत सांसद रामचंद्र पासवान के सुपुत्र प्रिंस पासवान उम्मीदवार हैं. वहीं, महागठबंधन की तरफ से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में रोसड़ा विधायक डॉक्टर आशोक कुमार ने नामांकन दाखिल किया है. हालांकि इस सीट पर स्थानीय राजद नेताओं की दावेदारी थी. आरजेडी को प्रतिनिधित्व मिलने के लिए स्थानीय नेताओं ने एड़ी चोटी का जोर लगाया था.
एनडीए के सामने कमजोर दिख रहे महागठबंधन के नेता इस सीट पर अपनी पार्टी का कब्जा चाहते थे. अंदरखाने में यह सवाल लगातार उठाया जा रहा था कि एनडीए के सामने कांग्रेस के उम्मीदवार का हाल बेहाल रहा है. इस सीट से कांग्रेस की जगह आरजेडी इस सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में थी. आरजेडी के स्थानीय नेताओं ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी थी. हालांकि आखिर वक्त में यह सीट फिर कांग्रेस के खाते में चली गई.
आरजेडी नेताओं का कितना मिलेगा साथ
गौरतलब है कि कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन के दौरान स्थानीय आरजेडी विधायक समेत कुछ नेता मौजूद थे. लेकिन अब कांग्रेस के चुनावी प्रचार में महागठबंधन के सबसे बड़े दल के स्थानीय चेहरे नदारद हैं. ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या स्थानीय स्तर पर कांग्रेस को सहयोगी नेताओं का साथ नहीं मिल रहा?
आरजेडी शीर्ष नेतृत्व ने कांग्रेस का दिया साथ
कांग्रेस प्रत्याशी अशोक कुमार इस संबंध में ईटीवी भारत को बताया कि हर किसी की इच्छा चुनाव लड़ने की होती है. स्थानीय आरजेडी नेताओं ने चुनाव लड़ने की मांग थी. लेकिन चुनाव की घोषणा होते ही आरजेडी नेतृत्व ने तय किया कि यह सीट कांग्रेस के खाते में रहेगी. जिसके बाद वो चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं. इसमें कहीं से कोई कन्फ्यूजन नहीं है.
आरजेडी का दावा- महागठबंधन एकजुट
वहीं, स्थानीय विधायक व आरजेडी के प्रवक्ता अख्तरूल इस्लाम शाहीन का कहना है कि पार्टी के लोगों की राय जरुर बनी थी. लेकिन गठबंधन के लोगों का भी ख्याल रखना पड़ता है. अशोक कुमार यहां पहले से कांग्रेस के उम्मीदवार थे, ऐसे में उनका पहला हक था. इस कारण आरजेडी ने इस सीट से चुनाव लड़ने का हक दिया है. महागठबंधन में कुछ मसले थे, लेकिन अब हम एकजुट है.
आरजेडी विधायक ने कर ली थी चुनाव की तैयारी
आरजेडी सूत्रों के अनुसार दल और नाम को लेकर महागठबंधन में जारी खींचतान के बीच सकरा से विधायक लाल बाबू राम ने चुनाव की तैयारी शुरु कर दी थी. इस सीट को लेकर स्थानीय पार्टी नेता पूरी तरह से कमर कस कर तैयार थे.
11 उम्मीदवारों ने किया नामांकन दाखिल
वहीं, समस्तीपुर सुरक्षित लोकसभा सीट उपचुनाव में 11 उम्मीदवार ने नामंकन किया है. इसमें लोजपा, कांग्रेस और अन्य छह दल के उम्मीदवार समेत दो निर्दलीय भी शामिल हैं. जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, एनडीए और महागठबंधन की तरफ से प्रिंस राज और अशोक कुमार ने नामांकन दाखिल किया. इसके अलावा आम जनता पार्टी से अनामिका पासवान, जन अधिकार पार्टी से निर्दोष कुमार, अंबेडकराइट पार्टी से आंनद कुमार, आम अधिकार मोर्चा की आशा देवी, युवा क्रांतिकारी पार्टी से रंजू देवी और वाजिब अधिकार पार्टी से विद्यानंद राम ने पर्चा दाखिल किया है.
2 मिनट की देरी के कारण नामांकन से वंचित
वहीं, निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर सूरज कुमार दास, शैलेंद्र चौधरी और शशि भूषण दास ने अपना नामांकन किया. जबकि नामांकन को लेकर एनआर कटाने वाले एक अन्य उम्मीदवार 2 मिनट की देरी के कारण अपना नामांकन नहीं भर सके. उम्मीदवारों के नाम वापसी का आखिरी दिन 3 अक्टूबर है.