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समस्तीपुर: जांच के दौरान 41 पैथोलॅाजी पाए गए अवैध, सरकार ने जांच के दिए आदेश

सिविल सर्जन डॉ. सियाराम मिश्र ने कहा कि सभी अवैध जांच केंद्र को बंद कराया गया है. इसके साथ ही जिले के अन्य जगहों पर जांच चल रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर फिर से अवैध पैथोलॅाजी का इन लोगों ने संचालन किया, तो सेंटर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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अवैध पैथोलॅाजी
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Published : Jan 1, 2020, 10:27 AM IST

समस्तीपुर: जिले में लंबे समय से अवैध पैथोलॅाजी सेंटर का संचालन हो रहा है. जिसके लिए राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को जांच करने का निर्देश दिया है. जांच के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहले चरण में चल रहे 41 पैथोलॅाजी को अवैध पाया. वहीं, निर्धारित मापदंड के अनुसार 36 पैथोलॉजी जांच केंद्र को वैध घोषित किया.

अवैध जांच केंद्र को कराया गया बंद
सिविल सर्जन डॉ. सियाराम मिश्र ने कहा कि सभी अवैध जांच केंद्र को बंद कराया गया है. इसके साथ ही जिले के अन्य जगहों पर जांच चल रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर फिर से अवैध पैथोलॅाजी का इन लोगों ने संचालन किया, तो सेंटर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. बता दें कि राज्य सरकार ने सभी वैध और अवैध जांच केंद्रों की सूची सार्वजनिक स्थान और सरकारी कार्यालयों में लगाने का निर्देश दिया है.

41 अवैध पैथोलॅाजी का हो रहा संचालन

मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़
नियम के खिलाफ चल रहे अवैध खेल में सीधे तौर पर मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है. इसके पहले भी कई बार अवैध पैथोलॅाजी और नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई हुई है. लेकिन उसके बाद भी अवैध पैथोलॅाजी का कार्य चल रहा है. सामाजिक कार्यकर्ता जयशंकर सिंह ने कहा कि अवैध खेल के पीछे सिविल सर्जन कार्यालय का ही शह है. उन्होंने कहा कि इसके पीछे पैसे का खेल है, जिसके चलते सिविल सर्जन अवैध पैथोलॅाजी चला रहे हैं.

समस्तीपुर: जिले में लंबे समय से अवैध पैथोलॅाजी सेंटर का संचालन हो रहा है. जिसके लिए राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को जांच करने का निर्देश दिया है. जांच के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहले चरण में चल रहे 41 पैथोलॅाजी को अवैध पाया. वहीं, निर्धारित मापदंड के अनुसार 36 पैथोलॉजी जांच केंद्र को वैध घोषित किया.

अवैध जांच केंद्र को कराया गया बंद
सिविल सर्जन डॉ. सियाराम मिश्र ने कहा कि सभी अवैध जांच केंद्र को बंद कराया गया है. इसके साथ ही जिले के अन्य जगहों पर जांच चल रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर फिर से अवैध पैथोलॅाजी का इन लोगों ने संचालन किया, तो सेंटर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. बता दें कि राज्य सरकार ने सभी वैध और अवैध जांच केंद्रों की सूची सार्वजनिक स्थान और सरकारी कार्यालयों में लगाने का निर्देश दिया है.

41 अवैध पैथोलॅाजी का हो रहा संचालन

मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़
नियम के खिलाफ चल रहे अवैध खेल में सीधे तौर पर मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है. इसके पहले भी कई बार अवैध पैथोलॅाजी और नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई हुई है. लेकिन उसके बाद भी अवैध पैथोलॅाजी का कार्य चल रहा है. सामाजिक कार्यकर्ता जयशंकर सिंह ने कहा कि अवैध खेल के पीछे सिविल सर्जन कार्यालय का ही शह है. उन्होंने कहा कि इसके पीछे पैसे का खेल है, जिसके चलते सिविल सर्जन अवैध पैथोलॅाजी चला रहे हैं.

Intro:ओपनिंग पीटीसी ।

राज्य सरकार के हुड़की के बाद जिले में अवैध पैथोलॉजी खोजने निकले जिला स्वास्थ्य विभाग ने पाया , महज 36 पैथोलॉजी ही यंहा चल रहे वैध तरीके से । वंही अन्य पैथोलॉजी सेंटरों का हो रहा है जैसे तैसे संचालन । वैसे देर ही सही यैसे अवैध जांच केंद्रों के खिलाफ आखिरकार शुरू हुई कार्यवाही ।


Body:जिले में लंबे समय से अवैध पैथोलॉजी सेंटर का खेल चल रहा । दूर दराज तो जाने दे , जिला मुख्यालय में यैसे सेंटरों का संचालन बेखौफ चल रहा । बहरहाल राज्य सरकार के निर्देश के बाद जब विभाग ने जांच शुरू की तो , पहले चरण में ही जिले में 41 पैथोलॉजी सेंटर अवैध पाये गए । वैसे निर्धारित मापदंड के अनुसार अभी तक महज 36 पैथोलॉजी जांच केंद्र को वैध घोषित किया गया है। जिले के सिविल सर्जन के अनुसार , यैसे सभी अवैध जांच केंद्र को बंद कराया गया है । इसके साथ ही जिले के अन्य जगहों पर जांच चल रहा । वैसे इसका दुबारा संचालन करने पर यैसे सेंटर के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी ।

बाईट - डॉ सियाराम मिश्र , सिविल सर्जन , समस्तीपुर ।

वीओ - जाहिर सी बात है नियम के विरूद्ध चल रहे इस अवैध खेल में सीधे तौर पर मरीज के जीवन के साथ खिलवाड़ चल रहा । वैसे विभागीय कार्यवाही का असर धरातल पर कितने दिनों तक दिखता है । दरअसल इसके पहले भी कई बार अवैध पैथोलॉजी व नर्सिंग होम के खिलाफ विभागीय डंडा जरूर चला , लेकिन फिर जब पहले जैसे । यही वजह है की सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है की , दरअसल यैसे अवैध खेल के पीछे सिविल सर्जन कार्यालय का ही शह है , दरअसल इसके पीछे पैसे का खेल चल रहा ।

बाईट - जयशंकर सिंह , समाजिक कार्यकर्ता ।


Conclusion:जाहिर से बात है , आखिर कार्यवाही के बाद भी कैसे चल रहा है यैसे अवैध जांच घर । वैसे जानकारी के अनुसार , राज्य सरकार ने सभी वैध व अवैध जांच केंद्रों की सूची सार्वजनिक स्थान व सरकारी कार्यालयों में लगाने का भी निर्देश दिया है ।

क्लोजिंग पीटीसी ।
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