सहरसा: बिहार के सहरसा जिले में शराबबंदी को धता बता बीच बाजार शराब पीकर बेसुध चिल्लाते एक युवक का वीडियो वायरल (Video of drunken youth goes viral in Saharsa ) हो रहा है. बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन इस शराबबंदी कानून की सरेआम यहां आये दिन धज्जियां उड़ाई जा रही है. पुलिस इस पर काबू पाने में विफल होती नजर आ रही है. बताया गया कि यह वीडियो बिहरा पटोरी बाजार का है.
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वीडियो में विफल दिखी शराबबंदीः वायरल वीडियो के माध्यम से शराबबंदी को लागू करने में पुलिस विफल होती दिख रही है. हालांकि, इस वायरल वीडियो की ईटीवी भारत पुष्टि नहीं करता है. स्थानीय लोगों ने बताया कि शराब पीकर बहकी हरकत करने वाले युवक की जानकारी बिहरा थानाध्यक्ष को फोन के माध्यम से कई बार दी गयी लेकिन तीन से चार घंटे तक पुलिस की गाड़ी उक्त शराब पीने वाले युवक को हिरासत में नहीं ले सकी.
शराबी को काबू करने में परेशान दिखे लोगः वीडियो में साफ दिख रहा है कि शराब के नशे में एक युवक बेसुध जमीन पर गिरकर चिल्ला रहा है. इसे एक दुकान के आगे से हटाया गया. इसके बाद भी कई लोग इसे काबू करने में परेशान दिखे. वायरल वीडियो में आप देख सकते है युवक के पीछे कितने लोग परेशान हैं और उसने सभी को परेशान कर रखा है.
बिहार में साल 2016 से पूर्ण शराबबंदी : गौरतलब है कि अप्रैल में पहली बार शराब पीने के अपराध में 3075 अभियुक्तों को पकड़ा गया. जिनसे करीब 52 लाख 26 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया. वहीं, मई में 5887 लोगो की गिरफ्तारी की गई है. और 1.39 करोड़ की वसूली की गई है. वहीं, जून में 8651 गिरफ्तसरी, 2.06 करोड़ वसूली, जुलाई में 11,557 गिरफ्तारी, 2.90 करोड़ वसूली, अगस्त में 18,757 गिरफ्तारी, 5.63 करोड़ वसूली, सितंबर 20,690 गिरफ्तारी, 5.03 करोड़ वसूली की गई है. इसके अलावा संशोधन कानून से पहले दर्ज मामलों में 3559 अभियुक्तों को भी धारा 37 के तहत दो से पांच हजार रुपये जुर्माना लेकर छोड़ा गया है.
शराबबंदी से 2022 में सरकार को हुआ फायदाः शराबबंदी के कारण कहीं ना कहीं राज्य सरकार को एक ओर करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा था. वहीं, साल 2022 में बिहार में इस साल अप्रैल में शराबबंदी संशोधन कानून लागू होने के बाद से छह माह में 72 हजार से अधिक अभियुक्त पहली बार शराब पीते हुए पकड़े गए हैं. इनमें पुलिस ने 38 हजार से अधिक जबकि मद्य निषेध विभाग ने 30 हजार से अधिक शराबियों को पकड़ा है. इन शराबियों को नियमानुसार, दो से पांच हजार रुपये जुर्माना लेकर छोड़ा गया है. जिससे सरकार को 17.53 करोड़ रुपये का फायदा (Government Is Benefit From Fine) हुआ है.