सहरसाः लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के जवान कुंदन यादव शहीद हो गए. शहीद कुंदन यादव जिले के सत्तर कटैया प्रखंड के बिहरा थाना क्षेत्र स्थित आरन गांव निवासी हैं. घटना की सूचना मिलते ही परिवार में मातम का माहौल छा गया.
शोक की लहर
सहरसा प्रमंडलीय मुख्यालय से ठीक सटे गांव आरन के कुंदन यादव आर्मी के जवान थे. मंगलवार की रात यह दुखद समाचार मिलते ही पूरे इलाके में शोक की लहर है. कुंदन अपने पीछे बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी और दो छोटे मासूम बेटों को छोड़ गए हैं.
शहीद के दोनों बेटे सेना में होंगे भर्ती
शहीद जवान की पत्नी और माता पिता का रो-रो कर बुरा हाल है. साथ ही उन्हें कुंदन पर गर्व है कि उन्होंने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवा दी. शहीद के पिता निमेंदर यादव ने कहा कि मेरे दो पोते भी सेना में भर्ती होकर देश सेवा करेंगे.
2012 में सेना में हुए थे शामिल
कुंदन यादव की प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय स्कूल और कॉलेज में संपन्न हुए थे. साल 2012 में वे भारतीय सेना में शामिल हुए थे. वहीं समाजसेवी प्रवीण आनन्द ने मौके पर शहीद के घर पहुंचकर पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया.
मुंहतोड़ जवाब देने की मांग
समाजसेवी प्रवीण आनंद ने कहा कि सहरसा के लाल शहीद कुंदन यादव को मैं शत शत नमन करता हूं. हम सबको उनपर गर्व है. उन्होंने कहा कि मैं भारत सरकार से चीन को मुंहतोड़ जवाब देने की मांग करता हूं. जिससे भविष्य में वो दुबारा ऐसी हिमाकत न कर पाए. प्रवीण आनंद ने कहा कि हम सभी भारतवासी सरकार के साथ हैं.
बीस सैनिक शहीद
बता दें कि भारत-चीन सीमा के गलवान घाटी में दोनों देशों की सेना के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के बीस सैनिक शहीद हो गए हैं. जिसमें बिहारी के कई जवान शामिल हैं. इस झड़प में चीन के सैनिकों के हताहत होने की भी सूचना मिली है. लेकिन चीन ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है.
सेना का आधिकारिक बयान
सेना ने मंगलवार रात अपने आधिकारिक बयान में कहा कि भारतीय सेना देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता के लिए तत्पर है.