सहरसा: नए ट्रैफिक रूल लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. प्रत्येक दिन ट्रैफिक रूल के पालन करवाने के उद्देश्य से चलाये जा रहे वाहन चेकिंग अभियान वाहन चालकों के लिए जी का जंजाल बन गया है. वहीं प्रशासन ट्रैफिक रूल की अवहेलना करने वालों को बख्शने को बिल्कुल तैयार नहीं है. वाहन चेकिंग के दौरान 3 अलग-अलग जगहों पर पकड़े गए 3 नाबालिग वाहन चालकों से लगभग 86 हजार रुपए के जुर्माने ने अभिभावकों की कमर ढीली कर दी है.
गरीबी के कारण रकम जमा करने में असमर्थ
पकड़े गए नाबालिग में से एक की मां मुन्नी देवी अपनी गरीबी की दुहाई देते हुए रकम जमा करने में असमर्थता जता रही है. मां की मानें तो नाबालिग के पिता दिल्ली में मजदूरी करते हैं. वे वहां से जो पैसे भेजते हैं, उसी से पूरे परिवार का जीवन यापन होता है. वहीं ट्रैफिक थानाध्यक्ष नागेन्द्र राम ने बताया कि महावीर चौक पर वाहन चेकिंग चल रही थी. उसी वक्त एक स्कूटी पर सवार 3 नाबालिग तेजी से भाग रहे थे. जब ट्रैफिक पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, तो वे रुकने की बजाय उस पुलिस को ही धक्का मारकर फरार हो रहे थे. उसी क्रम में इसे पकड़ा गया, जिस पर ट्रैफिक रूल के अनुसार कुल 27 हजार 5 सौ रुपए का चालान काटा गया है.
3 नाबालिग हुए दंडित
इस बाबत जब एमवीआई संतोष कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जिले के विभिन्न स्थलों पर वाहन चेकिंग के दौरान 3 नाबालिग को वाहन चलाने के आरोप में दंडित किया गया है. एक वनगांव थाना क्षेत्र में और 2 सदर थाना क्षेत्र में पकड़ाया गया है, जिनपर कुल 86 हजार रुपए का चालान काटा गया है. उसमें से 2 गाड़ी वालों ने जुर्माने की राशि जमा भी कर दी है. तीसरे की जुर्माने की राशि जमा करने की प्रक्रिया जारी है.
ट्रैफिक रूल पालन करवाने के उद्देश्य से नए ट्रैफिक कानून बनाकर लागू तो कर दिया गया है, लेकिन यह गरीबों के लिए जी का जंजाल बन गया है. ऐसे कानून को लचीला बनाने के अलावा लोगों में जागरुकता लाने की जरूरत है.