ETV Bharat / state

अस्पताल की लापरवाही: डॉक्टर्स के बदले गार्ड कर रहे हैं मरीज का इलाज

इस मामले पर सिविल सर्जन डॉ. ललन प्रसाद सिंह ने बताया कि इस तरह का मामला मेरे संज्ञान में आया है. इसकी जांच की जा रही है. जो भी दोषी होंगे उनपर कार्रवाई की जाएगी.

author img

By

Published : Jul 30, 2019, 8:11 PM IST

Updated : Jul 30, 2019, 11:59 PM IST

मरीज का इलाज करते सुरक्षा गार्ड

सहरसा: जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अस्पताल से डॉक्टर की ओर से बरती जा रही लापरवाही की तस्वीर सामने आई है. इस तस्वीर ने स्वास्थ्य विभाग के दावे की पोल खोलकर रख दी है. दरअसल, अनुमंडल अस्पताल में मरीजों का इलाज डॉक्टर नहीं सुरक्षा गार्ड कर रहे हैं. मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किए जाने की ये तस्वीर स्वास्थ विभाग को सवालों के कठघरे में खड़ा कर दिया है.

subdivsion Hospital Simri Bakhtiyarpur
मरीज का इलाज करते सुरक्षा गार्ड

दरअसल, मामला 28 जुलाई की रात की है. सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल में सड़क हादसों में कई लोग घायल हो गए थे. घायलों को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज अस्पताल के डॉक्टर नहीं बल्कि सुरक्षा गार्ड ने किया. घायल मरीज का इलाज कर रहे व्यक्ति का नाम गोनू कुमार ठाकुर है. गोनू अनुमंडल अस्पताल में सुरक्षा गार्ड के पद पर कार्यरत है.

सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अस्पताल में सुरक्षा गार्ड कर रहे मरीजों का इलाज.

डॉक्टर की लापरवाही
इस दौरान रात में अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर हरेन्द्र प्रसाद आर्या ने घायलों का इलाज करने में कोई दिलचस्पी नहीं ली. डॉक्टर घायलों का नाम पता नोट करने में मशगूल थे और इलाज अस्पताल के सुरक्षा गार्ड से करवा रहे थे. यह तस्वीर अपने आप में कई सवाल खड़े करती है.

दोषी पर होगी कार्रवाई- सिविल सर्जन
वहीं, इस बाबत इलाज कर रहे गार्ड गोनू ठाकुर ने बताया कि अस्पताल में कम्पाउण्डर की कमी है. इसलिए मानवता के नाते वो मरीजों का इलाज कर रहा है. गोनू ठाकुर ने कहा कि वह लोगों की मदद कर रहे हैं. वहीं इस मामले पर सिविल सर्जन डॉ. ललन प्रसाद सिंह ने बताया कि इस तरह का मामला मेरे संज्ञान में आया है. इसकी जांच की जा रही है. जो भी दोषी होंगे उनपर कार्रवाई की जाएगी.

सहरसा: जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अस्पताल से डॉक्टर की ओर से बरती जा रही लापरवाही की तस्वीर सामने आई है. इस तस्वीर ने स्वास्थ्य विभाग के दावे की पोल खोलकर रख दी है. दरअसल, अनुमंडल अस्पताल में मरीजों का इलाज डॉक्टर नहीं सुरक्षा गार्ड कर रहे हैं. मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किए जाने की ये तस्वीर स्वास्थ विभाग को सवालों के कठघरे में खड़ा कर दिया है.

subdivsion Hospital Simri Bakhtiyarpur
मरीज का इलाज करते सुरक्षा गार्ड

दरअसल, मामला 28 जुलाई की रात की है. सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल में सड़क हादसों में कई लोग घायल हो गए थे. घायलों को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज अस्पताल के डॉक्टर नहीं बल्कि सुरक्षा गार्ड ने किया. घायल मरीज का इलाज कर रहे व्यक्ति का नाम गोनू कुमार ठाकुर है. गोनू अनुमंडल अस्पताल में सुरक्षा गार्ड के पद पर कार्यरत है.

सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अस्पताल में सुरक्षा गार्ड कर रहे मरीजों का इलाज.

डॉक्टर की लापरवाही
इस दौरान रात में अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर हरेन्द्र प्रसाद आर्या ने घायलों का इलाज करने में कोई दिलचस्पी नहीं ली. डॉक्टर घायलों का नाम पता नोट करने में मशगूल थे और इलाज अस्पताल के सुरक्षा गार्ड से करवा रहे थे. यह तस्वीर अपने आप में कई सवाल खड़े करती है.

दोषी पर होगी कार्रवाई- सिविल सर्जन
वहीं, इस बाबत इलाज कर रहे गार्ड गोनू ठाकुर ने बताया कि अस्पताल में कम्पाउण्डर की कमी है. इसलिए मानवता के नाते वो मरीजों का इलाज कर रहा है. गोनू ठाकुर ने कहा कि वह लोगों की मदद कर रहे हैं. वहीं इस मामले पर सिविल सर्जन डॉ. ललन प्रसाद सिंह ने बताया कि इस तरह का मामला मेरे संज्ञान में आया है. इसकी जांच की जा रही है. जो भी दोषी होंगे उनपर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:सहरसा..बिहार के सहरसा जिला अंतर्गत सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अस्पताल से डॉक्टर द्वारा बरती जा रही लापरवाही की एक ऐसी तस्वीर सामने आई है।जो स्वास्थ्य विभाग के सभी दावे की पोल खोल कर रख दिया।मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किए जाने की ये तस्वीर पूरा स्वास्थ विभाग को सवालों के कठघरे में खड़ा कर के रख दिया है।सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अस्पता ,सहरसा जिले का एक ऐसा अस्पताल जहां मरीजों का इलाज नहीं बल्कि उसकी जिन्दगी से खिलवाड़ किया जाता है।Body:दरअसल मामला 28 जुलाई की रात की है सिमरी बख्तियारपुर अनुमण्डल के विभिन्न क्षेत्रों में सड़क हादसे में कई लोग घायल हो गए थे जिन्हें इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल लाया गया था जहां उनका इलाज अस्पताल के डॉक्टर नहीं बल्कि सुरक्षा गार्ड के द्वारा किया जा रहा था।इस तस्वीर में जो शख्स घायल मरीज का इलाज कर रहा है उसका नाम गोनू कुमार ठाकुर है।जो सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अस्पताल में सुरक्षा गार्ड के पद पर कार्यरत हैं।आप इस तस्वीर में आप खुद देख सकते हैं कि सड़क हादसे में शिकार हुए लोग कितनी बुरी तरह से जख्मी है और उसका इलाज डॉक्टर के बजाए अपस्ताल का सुरक्षा गार्ड कर रहा है।रात्रि ड्यूटी के दरमियान अस्पताल मौजूद डॉक्टर हरेन्द्र प्रसाद आर्या बुरी तरह से घायल अवस्था में आए मरीजों का इलाज करने में कोई दिलचस्पी नही ले रहे बल्कि घायल मरीज का नाम पता नोट करने में मशगूल है और उसका इलाज अस्पताल के सुरक्षा गार्ड के द्वारा करवा रहे हैं।ड्यूटी के दौरान डॉक्टर लापरवाह बने हुए,लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने में लगे हुए हैं ।वही इस बाबत जब इलाज कर रहे गार्ड गोनू ठाकुर बताते है कि यहाँ कम्पाउण्डर की कमी है,मानवता के नाते इलाज कर रहे है।वही इस बाबत सिविल सर्जन डॉ ललन प्रसाद सिंह ने बताया कि इस तरह का मामला मेरे संज्ञान में आया है।इसकी जाँच की जा रही है।जो भी दोषी होंगे उसपर कार्रवाई की जाएगी। Conclusion:बहरहाल मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करने की ये तस्वीर पूरा स्वास्थ्य विभाग को सवालों के काठघड़े में खड़ा कर के रख दिया है।
Last Updated : Jul 30, 2019, 11:59 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.