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आंगनबाड़ी केंद्र में टीकाकरण से बच्चे की मौत, परिजनों ने जमकर किया हंगामा

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Published : Aug 12, 2019, 8:12 AM IST

मृतक बच्चे के परिजन का कहना है कि तीन दिन पहले से बच्चे को बुखार था. लेकिन फिर भी आशा द्वारा बच्चे को टीकाकरण के लिए आंगनबाड़ी केंद्र ले जाकर टीकाकरण किया गया.

टीकाकरण के बाद बच्चे की मौत

सहरसाः जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड में नियमित टीकाकरण के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई. वहीं, एक अन्य बच्चे का इलाज जिला सदर अस्पताल में किया जा रहा है. दोनों बच्चे जुड़वां थे. बच्चे की मौत से आक्रोशित परिजनों ने शव को अस्पताल के बरामदे पर रखकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.

सहरसा में टीकाकरण के बाद बच्चे की मौत
सहरसा में टीकाकरण के बाद बच्चे की मौत

तीन दिन से बच्चे को था बुखार
दरअसल मामला सिमरी पंचायत के वार्ड नं-16 स्थित आंगनबाड़ी केंद्र का है, जहां दो माह के शिवम और सत्यम नामक जुड़वा बच्चे का नियमित टीकाकरण किया गया था. वहीं, मृतक बच्चे के परिजन का कहना है कि तीन दिन पहले से बच्चे को बुखार था. लेकिन फिर भी आशा द्वारा बच्चे को टीकाकरण के लिए आंगनबाड़ी केंद्र ले जाकर टीकाकरण किया गया. वहीं, टीकाकरण के बाद जब बच्चे वापस घर आए तो देर रात दोनों बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां एक बच्चे को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. वहीं, दूसरे बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया.

टीकाकरण के बाद बच्चे की मौत

परिजनों को समझा-बुझाकर कराया गया शांत
वहीं, इस मामले की भनक जब स्थानीय पुलिस को लगी तो आनन-फानन में अस्पताल पहुंची और आक्रोशित परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. बच्चे के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.

अस्पताल उपाधीक्षक ने दिए जांच के आदेश
इस मामले पर अस्पताल उपाधीक्षक नागेंद्र सिंह का कहना है कि पंचायत के वार्ड नं-16 पर जुडवां बच्चों का टीकाकरण किया गया था. जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई. जिसमें एक बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई. अस्पताल उपाधीक्षक ने जांच की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया.

सहरसाः जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड में नियमित टीकाकरण के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई. वहीं, एक अन्य बच्चे का इलाज जिला सदर अस्पताल में किया जा रहा है. दोनों बच्चे जुड़वां थे. बच्चे की मौत से आक्रोशित परिजनों ने शव को अस्पताल के बरामदे पर रखकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.

सहरसा में टीकाकरण के बाद बच्चे की मौत
सहरसा में टीकाकरण के बाद बच्चे की मौत

तीन दिन से बच्चे को था बुखार
दरअसल मामला सिमरी पंचायत के वार्ड नं-16 स्थित आंगनबाड़ी केंद्र का है, जहां दो माह के शिवम और सत्यम नामक जुड़वा बच्चे का नियमित टीकाकरण किया गया था. वहीं, मृतक बच्चे के परिजन का कहना है कि तीन दिन पहले से बच्चे को बुखार था. लेकिन फिर भी आशा द्वारा बच्चे को टीकाकरण के लिए आंगनबाड़ी केंद्र ले जाकर टीकाकरण किया गया. वहीं, टीकाकरण के बाद जब बच्चे वापस घर आए तो देर रात दोनों बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां एक बच्चे को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. वहीं, दूसरे बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया.

टीकाकरण के बाद बच्चे की मौत

परिजनों को समझा-बुझाकर कराया गया शांत
वहीं, इस मामले की भनक जब स्थानीय पुलिस को लगी तो आनन-फानन में अस्पताल पहुंची और आक्रोशित परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. बच्चे के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया.

अस्पताल उपाधीक्षक ने दिए जांच के आदेश
इस मामले पर अस्पताल उपाधीक्षक नागेंद्र सिंह का कहना है कि पंचायत के वार्ड नं-16 पर जुडवां बच्चों का टीकाकरण किया गया था. जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई. जिसमें एक बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई. अस्पताल उपाधीक्षक ने जांच की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया.

Intro:सहरसा--आंगनबाड़ी केंद्र पर एक जुडवां बच्चे का हुआ नियमित टीकाकरण ।टीकाकरण के बाद बच्चे की स्थिति बिगड़ी ।आनन फानन में बच्चे को इलाज के अनुमंडल अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर लाया।जहां चिकित्सकों ने एक को मृत घोषित करते हुऐ दूसरे की गंभीर देख सदर अस्पताल किया रेफर।इधर बच्चे की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने बच्चे की लाश के साथ अनुमंडल अस्पताल के बरामदे ने धरने पर बैठ दोषियों के विरुद्ध कार्यवाई की मांग की।इधर पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश में जुटी।Body:Body-दरअसल घटना सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के सिमरी पंचायत के वार्ड नं16 स्थित आंगनबाड़ी केंद्र का है जकहँ पर शनिवार के दिन दो माह के शिवम और सत्यम कुमार नामक जुड़वा बच्चे को नियमित टीकाकरण लगाया था जिसके बाद देर रात से जुड़वा बच्चे की तबियत बिगड़ने लगी।जिसके बाद परिजन ने आनन फानन में इलाज के लिए जुड़वा बच्चे को अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टर ने एक बच्चे को मृत घोषित कर दिया वहीं दूसरे बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए सहरसा सदर अस्पताल रेफर कर दिया।बच्चे की मौत से आक्रोशित परिजनों ने बच्चे का शव अस्पताल के बरामदे पर रखकर अस्पातल प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मौत के कारण का जांच और दोषी स्वास्थ्य कर्मी पर कार्रवाई की मांग करने लगे।घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहूंची पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया शव को कब्जे में लेकर पोस्टमोटम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।वहीं परिजन अजय कुमार का आरोप है कि बच्चे को पहले से ही बुखार था मना करने के बावजूद एएनएम के द्वारा टीकाकरण की सुई लगाया गया उसके बाद से ही दोनों बच्चे की तबियत बिगड़ने लगी इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल लाया गया जहाँ एक बच्चे को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया वहीं दूसरे बच्चे की गंभीर स्थिति देखते हुए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है।जबकि इस मामले में सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी नागेंद्र सिंह ने जांच की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया है।Conclusion:-सच मायने में यह एक गंभीर मामला है।जरूरत है ऐसे मामलों को गंभीरता से देखने की।और इसके लिये जो भी दोषी है उसे सख्त सजा देने की।क्योंकि जिस तरह से जानबूझ कर बुखार लगे बच्चे को टीका लगाया वह हत्या का मामला बनता है।और हत्यारे को सजा मिलनी ही चाहिये जिससे फिर कोई दुबारा ऐसी हरकत करने से बाज़ आये।
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