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आनंद मोहन की होगी रिहाई?: 26 को आ सकते हैं जेल से बाहर, समर्थकों में खुशी - Former MP Anand Mohan

सहरसा जेल से 26 जनवरी को पूर्व सांसद आनंद मोहन के बाहर आने की उम्मीद (Anand Mohan may come out of jail on January 26) बढ़ गई है. इससे समर्थकों में खुशी की लहर देखी जा रही है. सजायाफ्ता कैदी पूर्व सांसद आनंद मोहन को परिहार के अंतर्गत छोड़ा जा सकता है. पढ़ें पूरी खबर..

आनंद मोहन 26 जनवरी को आ सकते हैं जेल से बाहर
आनंद मोहन 26 जनवरी को आ सकते हैं जेल से बाहर
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Published : Jan 11, 2023, 5:15 PM IST

सहरसा: बिहार के सहरसा मंडल कारा में बंद पूर्व सांसद आनन्द मोहन (Former MP Anand Mohan ) की परिहार के अंतर्गत 26 जनवरी को जेल से बाहर आने की उम्मीद (Anand Mohan expected to come out of jail ) है. इस बात से उनके समर्थकों में खुशी साफ देखी जा सकती है. सहरसा जेल में 15 सालों से ज्यादा समय से आनंद मोहन बंद हैं. उनके ऊपर डीएम जी कृष्णया की हत्या का आरोप था. आनन्द मोहन को 4 नवम्बर को 15 दिनों के लिए पेरोल मिली थी.

ये भी पढ़ेंः आनंद मोहन पैरोल पर रिहा, जेल से बाहर आने के बाद पढ़ी गीता की पंक्तियां

जेल से बाहर आएंगे आनंद मोहन?: बेटी सुरभि आनन्द के रिंग शिरोमणि को लेकर आनंद मोहन को चार नवंबर को पेरोल मिला था. 7 नवम्बर को पटना में बेटी सुरभी आनन्द का रिंग शिरोमणि भी हुआ था. इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई दिग्गज नेता शामिल हुए थे. रिंग शिरोमणि के बाद पेरोल खत्म होते ही पूर्व सांसद आनन्द मोहन फिर मंडल कारा सहरसा पहुंचे, जो अभी तक मंडल कारा में ही बंद हैं.

परिहार पर लग चुकी है मुहर : सजायफ्ता कैदी परिहार के दायरे में आएंगे और जिस कैदी का आचरण सही होगा, उन्हें 15 अगस्त और 26 जनवरी को जेल से बाहर किया जाएगा. इससे पहले 3 जनवरी 2023 को हुए कैबिनेट की बैठक में परिहार पर मुहर लगा दी गई थी. ऐसे में माना जा रहा है कि इस परिहार में आनंद मोहन का भी नाम हो सकता है. कैबिनेट में परिहार पारित होने के बाद उनके समर्थकों में कयास लगाया जा रहा है कि पूर्व सांसद आनन्द मोहन को भी परिहार मिलेगा.

कैबिनेट में पारित किया गया है परिहारः उम्मीद है कि 26 जनवरी को आनंद मोहन जेल की सलाखों से बाहर निकल सकते हैं. उनके समर्थक सीपीएम नेता ओम प्रकाश नारायण की माने तो बिहार कैबिनेट में परिहार का निर्णय हुआ, ये खुशी की बात है. आनंद मोहन जी स्वधीनता संग्राम आंदोलन परिवार से आते हैं. जेल जीवन भी उन्होंने शालीनता से काटा. सरकार के इस फैसला का हम स्वागत करते हैं. उनके आने से समाज में एक अच्छा संदेश जाएगा. ये बहुत अच्छी बात है.

"बिहार कैबिनेट में परिहार का निर्णय हुआ, ये खुशी की बात है. आनंद मोहन जी स्वधीनता संग्राम आंदोलन परिवार से आते हैं. जेल जीवन भी उन्होंने शालीनता से काटा. सरकार के इस फैसला का हम स्वागत करते हैं. उनके आने से समाज में एक अच्छा संदेश जाएगा " - ओम प्रकाश नारायण, समर्थक, सीपीएम नेता

समर्थक अभी से मना रहे हैं खुशियांः उनके समर्थक सेवानिवृत इंजीनियर रमेश सिंह की माने तो, यह बहुत बड़ी खुशी की बात है. पूरे शहर में और पूरे बिहार में जो उनके समर्थक हैं. सभी चाहने वाले लोगों का इस सूचना पर फोन आ रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि जिस दिन वो छूटेंगे उस दिन एक पर्व त्योहार जैसा दिन रहेगा. अभी से लोग खुशियां मनाने लगे हैं.

सहरसा: बिहार के सहरसा मंडल कारा में बंद पूर्व सांसद आनन्द मोहन (Former MP Anand Mohan ) की परिहार के अंतर्गत 26 जनवरी को जेल से बाहर आने की उम्मीद (Anand Mohan expected to come out of jail ) है. इस बात से उनके समर्थकों में खुशी साफ देखी जा सकती है. सहरसा जेल में 15 सालों से ज्यादा समय से आनंद मोहन बंद हैं. उनके ऊपर डीएम जी कृष्णया की हत्या का आरोप था. आनन्द मोहन को 4 नवम्बर को 15 दिनों के लिए पेरोल मिली थी.

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जेल से बाहर आएंगे आनंद मोहन?: बेटी सुरभि आनन्द के रिंग शिरोमणि को लेकर आनंद मोहन को चार नवंबर को पेरोल मिला था. 7 नवम्बर को पटना में बेटी सुरभी आनन्द का रिंग शिरोमणि भी हुआ था. इसमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई दिग्गज नेता शामिल हुए थे. रिंग शिरोमणि के बाद पेरोल खत्म होते ही पूर्व सांसद आनन्द मोहन फिर मंडल कारा सहरसा पहुंचे, जो अभी तक मंडल कारा में ही बंद हैं.

परिहार पर लग चुकी है मुहर : सजायफ्ता कैदी परिहार के दायरे में आएंगे और जिस कैदी का आचरण सही होगा, उन्हें 15 अगस्त और 26 जनवरी को जेल से बाहर किया जाएगा. इससे पहले 3 जनवरी 2023 को हुए कैबिनेट की बैठक में परिहार पर मुहर लगा दी गई थी. ऐसे में माना जा रहा है कि इस परिहार में आनंद मोहन का भी नाम हो सकता है. कैबिनेट में परिहार पारित होने के बाद उनके समर्थकों में कयास लगाया जा रहा है कि पूर्व सांसद आनन्द मोहन को भी परिहार मिलेगा.

कैबिनेट में पारित किया गया है परिहारः उम्मीद है कि 26 जनवरी को आनंद मोहन जेल की सलाखों से बाहर निकल सकते हैं. उनके समर्थक सीपीएम नेता ओम प्रकाश नारायण की माने तो बिहार कैबिनेट में परिहार का निर्णय हुआ, ये खुशी की बात है. आनंद मोहन जी स्वधीनता संग्राम आंदोलन परिवार से आते हैं. जेल जीवन भी उन्होंने शालीनता से काटा. सरकार के इस फैसला का हम स्वागत करते हैं. उनके आने से समाज में एक अच्छा संदेश जाएगा. ये बहुत अच्छी बात है.

"बिहार कैबिनेट में परिहार का निर्णय हुआ, ये खुशी की बात है. आनंद मोहन जी स्वधीनता संग्राम आंदोलन परिवार से आते हैं. जेल जीवन भी उन्होंने शालीनता से काटा. सरकार के इस फैसला का हम स्वागत करते हैं. उनके आने से समाज में एक अच्छा संदेश जाएगा " - ओम प्रकाश नारायण, समर्थक, सीपीएम नेता

समर्थक अभी से मना रहे हैं खुशियांः उनके समर्थक सेवानिवृत इंजीनियर रमेश सिंह की माने तो, यह बहुत बड़ी खुशी की बात है. पूरे शहर में और पूरे बिहार में जो उनके समर्थक हैं. सभी चाहने वाले लोगों का इस सूचना पर फोन आ रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि जिस दिन वो छूटेंगे उस दिन एक पर्व त्योहार जैसा दिन रहेगा. अभी से लोग खुशियां मनाने लगे हैं.

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