रोहतास: अकबरपुर में सैकड़ों की संख्या में वनवासी जनजाति के लोगों ने वन विभाग के रेंज ऑफिस पर हमला (Forest department range office in Rohtas) करते हुए वन क्षेत्र के पदाधिकारी रेंजर हेम चंद्र मिश्रा को लाठी डंडे से पीट-पीटकर कर घायल कर दिया. बता दें कि कैमूर पहाड़ी पर नागा टोली की लकड़ी चुनने वाली एक महिला की मौत हो गई. जंगल से महिला राजकालो देवी का शव बरामद हुआ, जिसके बाद ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग के कर्मियों के कारण ही महिला की मौत हुई है.
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महिला के शव के साथ प्रदर्शन: महिला की मौत से आक्रोशित जनजातीय लोगों ने शव के साथ रोहतास के अकबरपुर में स्थित वन विभाग के कार्यालय पर हमला बोल दिया. सभी ने मिलकर वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, इस दौरान डेहरी की एसडीएम पर भी हमला किया गया. मौके पर मौजूद कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए. वही रेंजर साथ कई अन्य वन कर्मियों और अधिकारियों की भी पिटाई की गी.
घटनास्थल पर पहुंचे एसपी और डीएम: बताया जा रहा है कि जनजातीय लोगों के आक्रोश को देखकर वन कर्मी भाग निकले, मौके की नजाकत को देखते हुए रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार और एसपी विनीत भी घटनास्थल पर पहुंच गए. वहीं घायल रेंजर हेम चंद्र मिश्रा को इलाज के लिए डिहरी के अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घायल रेंजर ने बताया कि पुलिसकर्मी और डेहरी के एसडीएम की मौजूदगी में उन लोगों की पिटाई हुई, लेकिन किसी ने उन लोगों को नहीं बचाया.
"नागा टोला के 200-300 आदिवासी आएं और रेंज ऑफिस का गेट खोलकर अंदर आ गए. वहां एसडीएम भी थे लेकिन कोई सहायता नहीं मिली. मैंने तीन दिन पहले ही ज्वॉइन किया है. लकड़ी चोरी करने आई एक महिला गार्ड को देखकर भागने लगी जिस क्रम में पत्थर पर पैर फिसलने की वजह से वो गड्ढे में गिर गई और उसकी मौत हो गई. मुझे इस घटना के बारे में मालूम भी नहीं था."-हेमचंद्र मिश्रा, घायल वन क्षेत्र पदाधिकारी
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