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रोहतास विमेंस कॉलेज में नहीं होती है कॉमर्स और साइंस की पढ़ाई, दर-दर भटक रही छात्राएं

वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त इस महिला कॉलेज में अभी छात्राओं को साइंस और कॉमर्स जैसे संकाय का इंतजार है. जिससे वह अपने भविष्य की उड़ान को पंख लगा सकें.

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Published : Nov 17, 2019, 12:40 PM IST

Updated : Nov 17, 2019, 2:02 PM IST

रोहतास महिला कॉलेज

रोहतास: जिला मुख्यालय के सासाराम विमेंस कॉलेज में अब तक साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई शुरू नहीं की गई है. इस कॉलेज में सिर्फ आर्टस की पढ़ाई होती है. साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई नहीं होने के कारण छात्राओं को प्राइवेट कॉलेज की ओर रुख करना पड़ रहा है. वहीं, पैसे की कमी होने के कारण कई छात्राएं दूसरे कॉलेजों में पढ़ नहीं पा रहे हैं. उनके लिए यह परेशानी का सबब बना हुआ है.

rohtas
कॉलेज में छात्रा

छात्राओं ने दी जानकारी
कॉलेज में मौजूद छात्राओं ने बताया कि मजबूरी में यहां आर्टस विषय लेकर पढ़ना पड़ता है. वहीं, दूसरी छात्रा का कहना है कि कॉमर्स और साइंस पढ़ने की इच्छा जाहिर करते हैं तो अभिभावक कॉलेज दूर होने के कारण पढ़ने जाने नहीं देते हैं.

प्रिंसिपल ने दिया आश्वासन
वहीं, प्रिंसिपल डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि आर्टस फैकल्टी को नई गाइडलाइंस के तहत बी ग्रेड मिला है. उन्होंने कहा कि कॉलेज में साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई शुरू कराने के लिए विभाग में कुलपति की मदद से पत्र लिखा गया है. उम्मीद है जल्द ही इस पर काम किया जाएगा.

सासाराम से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

ये भी पढ़े:- मिथिलांचल के 'मखाना' की है अलग पहचान, स्टार्ट अप के जरिए युवा दे रहे हैं 'नई जान'

गौरतलब है कि वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त इस महिला कॉलेज में अभी छात्राओं को साइंस और कॉमर्स जैसे संकाय का इंतजार है. जिससे वह अपने भविष्य की उड़ान को पंख लगा सकें. वहीं, कई छात्राओं को विज्ञान और कॉमर्स की पढ़ाई के लिए दूसरे कॉलेजों को चुनना पड़ रहा है.

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कॉलेज का मेन गेट

आर्टस में पढ़ाई जारी
बहरहाल, महिला कॉलेज की छात्राओं को अब भी उम्मीद है कि अगले सत्र से साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई चालू हो जाएगी. बता दें कि यहां फिलहाल आर्ट्स में इंटरमीडिएट और ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई पूरी हो रही है.

रोहतास: जिला मुख्यालय के सासाराम विमेंस कॉलेज में अब तक साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई शुरू नहीं की गई है. इस कॉलेज में सिर्फ आर्टस की पढ़ाई होती है. साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई नहीं होने के कारण छात्राओं को प्राइवेट कॉलेज की ओर रुख करना पड़ रहा है. वहीं, पैसे की कमी होने के कारण कई छात्राएं दूसरे कॉलेजों में पढ़ नहीं पा रहे हैं. उनके लिए यह परेशानी का सबब बना हुआ है.

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कॉलेज में छात्रा

छात्राओं ने दी जानकारी
कॉलेज में मौजूद छात्राओं ने बताया कि मजबूरी में यहां आर्टस विषय लेकर पढ़ना पड़ता है. वहीं, दूसरी छात्रा का कहना है कि कॉमर्स और साइंस पढ़ने की इच्छा जाहिर करते हैं तो अभिभावक कॉलेज दूर होने के कारण पढ़ने जाने नहीं देते हैं.

प्रिंसिपल ने दिया आश्वासन
वहीं, प्रिंसिपल डॉ. सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि आर्टस फैकल्टी को नई गाइडलाइंस के तहत बी ग्रेड मिला है. उन्होंने कहा कि कॉलेज में साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई शुरू कराने के लिए विभाग में कुलपति की मदद से पत्र लिखा गया है. उम्मीद है जल्द ही इस पर काम किया जाएगा.

सासाराम से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

ये भी पढ़े:- मिथिलांचल के 'मखाना' की है अलग पहचान, स्टार्ट अप के जरिए युवा दे रहे हैं 'नई जान'

गौरतलब है कि वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त इस महिला कॉलेज में अभी छात्राओं को साइंस और कॉमर्स जैसे संकाय का इंतजार है. जिससे वह अपने भविष्य की उड़ान को पंख लगा सकें. वहीं, कई छात्राओं को विज्ञान और कॉमर्स की पढ़ाई के लिए दूसरे कॉलेजों को चुनना पड़ रहा है.

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कॉलेज का मेन गेट

आर्टस में पढ़ाई जारी
बहरहाल, महिला कॉलेज की छात्राओं को अब भी उम्मीद है कि अगले सत्र से साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई चालू हो जाएगी. बता दें कि यहां फिलहाल आर्ट्स में इंटरमीडिएट और ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई पूरी हो रही है.

Intro:रोहतास। जिला मुख्यालय के सासाराम में एकमात्र वूमेंस कॉलेज में आज भी साइंस और कॉमर्स जैसे महत्वपूर्ण संकाय की पढ़ाई के ना होने से छात्राओं को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती है।


Body:गौरतलब है कि सासाराम का महिला कॉलेज काफी पुराना और एकमात्र महिला कॉलेज है। ऐसे में यहां पर महज आर्ट्स संकाय की ही इंटर और स्नातक तक पढ़ाई होती है। जबकि कॉलेज को फिलहाल नैक की तरफ से 1 ग्रेड का भी दर्जा दिया जा चुका है। वही कॉलेज में साइंस और कॉमर्स की फैसिलिटी ना होने की वजह से छात्राओं को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती है या तो फिर वह किसी अन्य कॉलेज में एडमिशन लेते हैं या फिर प्राइवेट कॉलेजों का रुख करना पड़ता है। गौरतलब है कि वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त इस महिला कॉलेज में अभी छात्राओं को साइंस और कॉमर्स जैसे संकाय का इंतजार है ताकि वह अपने भविष्य की उड़ान को पंख लगा सकें। वहीं कई छात्राओं ने बताया कि विज्ञान और कॉमर्स की पढ़ाई ना होने की वजह से दूसरे कॉलेजों को चुनना पड़ता है जो या तो उनके घर से काफी दूर होता है या फिर वहां जाने में वह असमर्थ हो जाती हैं। वही इस मामले को लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता ने वीर कुंवर सिंह के वाइस चांसलर जब सासाराम पहुंचे थे तो उनसे सवाल किया गया था कि आखिर महिला कॉलेज में अब तक साइंस और कॉमर्स जैसे महत्वपूर्ण सब्जेक्ट के संकाय की पढ़ाई क्यों नहीं चालू हो पाई। इस पर वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने बताया कि कॉलेज प्रशासन लिखित तौर पर अगर आवेदन देता है तो जल्द ही यूनिवर्सिटी इस पर जांच कर वहां साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई चालू कर देगा। इसकी पड़ताल करते हुए ईटीवी भारत के संवादाता कॉलेज प्रशासन के पास पहुचां और कॉलेज के प्रिंसिपल से बात किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इसके लिए हमने चिट्टियां लिख दी है और विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से आश्वासन दिया गया है कि जल्द से जल्द दोनों संकाय को चालू कर लिया जाएगा। वही कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं ने भी बताया कि अगर साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई होती तो यहां की लड़कियां को दूसरी जगह पर जाकर एडमिशन लेने की जरूरत नहीं पड़ती।


Conclusion:बहरहाल महिला कॉलेज की छात्राओं को अब भी उम्मीद है कि अगले सत्र से साइंस और कॉमर्स की पढ़ाई चालू हो जाएगी क्योंकि यहां पर फिलहाल आर्ट्स में इंटरमीडिएट और ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई पूरी हो रही है।

बाइट। डॉ सुधीर कुमार सिंह प्रिंसिपल महिला कॉलेज सासाराम
Last Updated : Nov 17, 2019, 2:02 PM IST
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