रोहतास: बिहार के सासाराम के सदर अस्पताल (Sadar Hospital Sasaram) में लावारिस मरीजों (Unclaimed Patient in Rohtas) को इलाज के लिए खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. बेहतर देखरेख नहीं होने से जिन मरीजों के परिजन नहीं है, उन्हें काफी परेशानी हो रही है. सदर अस्पताल कैंपस में कई ऐसे लावारिस मरीज हैं, जिन्हें डॉक्टरों ने डिस्चार्ज कर दिया है फिर भी वह अस्पताल में पड़े हुए हैं. जो कि अस्पताल प्रशासन के लिए सिरदर्द बने हुए हैं.
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सदर अस्पताल में पड़े लावारिस मरीज का आरोप है कि उनके परिजन नहीं होने से अस्पताल में उन्हें बेहतर ट्रीटमेंट एवं सेवाएं नहीं मिल पाती. सदर अस्पताल परिसर में जब आप प्रवेश करते हैं तो देखेंगे कई जगह फुटपाथ, सड़कों पर, जमीन पर लावारिस मरीज पड़े हैं. जो अस्पताल के प्रबंधन की व्यवस्था और उनकी कार्य प्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहे हैं.
बता दें कि अस्पताल परिसर में सड़क पर पड़ा मरीज झारखंड का बताया जा रहा है. जो पिछले 15 दिनों से अस्पताल में भर्ती है. कई बार खुद कई दिनों के लिए बाहर चला जाता है फिर लौटकर अस्पताल में आ जाता है. जिससे अस्पताल प्रबंधन को काफी परेशानी हो रही है.
इस संबंध में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. भगवान लाल कहते हैं कि ऐसे मरीजों की सेवा सुश्रुषा के लिए पूरी व्यवस्था है. जितना संभव हो सकता है उतनी सेवा की जाती है. सरकार द्वारा उपलब्ध संसाधनों के आधार पर ऐसे मरीजों को सुविधाएं भी दी जा रही हैं.
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