रोहतासः जिले के बिक्रमगंज में राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ कूड़े के ढेर पर मिलने से लोग हैरत में हैं. स्थानीय लोगों ने प्रतीक चिन्ह का अपमान बताकर दोषियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है. अशोक स्तंभ के फेंके जाने की खबर इलाके में आग की तरह फैल गई.
बताया जाता है कि बिक्रमगंज नगर परिषद द्वारा बीते महीना के 25 जनवरी की रात तेंदुनी चौक पर लाखों की लागत से अशोक स्तंभ स्थापित किया गया था. लेकिन दो दिन बाद ही 27 जनवरी की रात उसे तेंदुनी चौक पर से हटा दिया गया. अशोक स्तंभ हटाए जाने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं हो रही थी.
संवेदक पर उठ रहे हैं सवाल
इसी बीच खबर आई कि राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ को बिक्रमगंज के ही एक बाउंड्री के पीछे असहज अवस्था में फेंक दिया गया. बात सामने आते हैं सनसनी फैल गई. पूरे मामले पर बिक्रमगंज नगर परिषद की कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि बिक्रमगंज के तेंदुनी चौक के सौंदर्यीकरण के लिए जिस संवेदक को यह काम दिया गया था. यह उसी का काम हो सकता है.
इलाके के लोगों में नाराजगी
अब सवाल उठता है कि किस नियमावली के अनुसार राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ को बिक्रमगंज के चौक पर स्थापित किया गया और फिर उसे रातो रात हटाया गया. लेकिन सबसे बड़ी बात है कि जिस अपमान के साथ उसे हटाए गया. इस के बाद इलाके के लोगों में नाराजगी है.
कार्यपालक पदाधिकारी ने पल्ला झाड़ा
इस मामले में कार्यपालक पदाधिकारी पल्ला झाड़ती नजर आ रही हैं. बहरहाल अब देखना दिलचस्प होगा कि प्रतीक चिन्ह का अपमान करने वालों के खिलाफ कब कार्रवाई होती है.