रोहतास: सासाराम में बाल विकास स्कूल प्रबंधन समिति को लेकर राज्यसभा सांसद गोपाल नारायण और लायंस क्लब के बीच चल रहे विवाद ने अब नया मोड़ ले लिया है. शहर के सबसे पुराने स्कूलों में शुमार बाल विकास विद्यालय लायंस क्लब के द्वारा संचालित किया जाता रहा है. लेकिन पिछले कई महीनों से लायंस प्रबंधन समिति और राज्यसभा सांसद गोपाल नारायण के बीच प्रबंधन के अध्यक्ष पद को लेकर विवाद चल रहा था. इस मामले में लायंस क्लब के सदस्य रोहित वर्मा ने परिवाद दायर किया है.
विभाग ने दिया चुनाव कराने का आदेश
इस विवाद में लायंस क्लब अपना दावा ठोक रहा था. तो दूसरी तरफ खुद राज्यसभा सांसद गोपाल नारायण सिंह दावे के साथ यह बता रहे थे कि इस स्कूल के प्रबंधक निदेशक वही हैं. मामला तूल पकड़ता देख राज्यसभा सांसद गोपाल नारायण सिंह के विरोध में लायंस क्लब के सदस्य रोहित वर्मा और लायंस क्लब ऑफ सासाराम ने परिवाद पत्र मध निषेध उत्पाद निबंधन विभाग में दायर किया. जिसके बाद मामले की जांच पड़ताल करते हुए मद्य निषेध उत्पाद और निबंधन विभाग के उप निबंधन महानिरीक्षक सुकुमार झा ने जिलाधिकारी पंकज दीक्षित को स्कूल की समिति का चुनाव कराने का आदेश दिया है.
सांसद की बढ़ सकती है मुश्किलें
विभाग का आदेश आते ही लायंस क्लब ने प्रबंधन समिति का चुनाव कर प्रबंधन समिति के शीर्ष पर पहुंचने का दावा भी कर दिया है. वहीं लायंस क्लब के मेंबर ने बताया कि बाल विकास विद्यालय सोसाइटी रजिस्ट्रेशन अधिनियम 1807 के तहत एक निबंधित संस्था है. इस पर स्कूल के वर्तमान प्रबंधक निदेशक गोपाल नारायण सिंह के विरुद्ध रोहित वर्मा और लायंस क्लब ऑफ सासाराम की ओर से अनियमितता और वित्तीय गड़बड़ी के संबंध में परिवाद पत्र दाखिल किया गया था.
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इसके बाद जिलाधिकारी को अब यहां चुनाव कराने का आदेश प्राप्त हो गया है. जाहिर है अगर चुनाव होते हैं तो लायंस क्लब के सदस्यों के द्वारा चुनाव में अपना प्रबंधक निदेशक चुना जाएगा. ऐसे में सांसद गोपाल नारायण सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती है.