रोहतास: जेल से बाहर आते ही सुनील पांडेय गाड़ी में बैठकर डेहरी स्थित अपने आवास के लिए रवाना हो गए. गाड़ियों के काफिले के साथ जब वह डेहरी पहुंचे तबतक उनके जेल छूटने की खबर फैल चुकी थी. बड़ी संख्या में उनके समर्थक उनके डेहरी आवास पर पहुंचे और उन्हें बधाई दी. वहीं समर्थकों ने मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया.
पूर्व विधायक सुनील पांडेय जेल से रिहा: लगभग आठ महीने के बाद उनके वापसी पर समर्थकों में खुशी देखी जा रही है. जेल से बाहर आने के बाद पूर्व विधायक सुनील पांडेय ने कहा कि मुझे न्यायापालिका पर विश्वास था. साथ ही उन्होंने ओडिशा ट्रेन हादसे को लेकर भी प्रतिक्रिया दी और संवेदना प्रकट किया.
"न्यायापालिका पर मुझे पूर्ण विश्वास है कि अंततः न्याय मिलेगी. जेल से बाहर आते ही उड़ीसा में बड़ी रेल दुर्घटना की जानकरी मिली है. दुर्घटना के पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना है."- सुनील पांडेय, पूर्व विधायक
इस मामले में हुई थी गिरफ्तारी: पूर्व विधायक सुनील पांडेय को उत्तर प्रदेश पुलिस ने मिर्जापुर से अगस्त 2022 में गिरफ्तार किया था. वे मिर्जापुर अष्टभुजा के दर्शन करने 14 अगस्त 2022 को विंध्यांचल गए थे. उसी दौरान मंदिर में दर्शनार्थियों के बीच वाद-विवाद हुआ था. उस दौरान 75 साल के कन्हैया प्रसाद को गोली मारकर कुछ लोग मौके से फरार हो गए थे.
घटना के बाद विंध्याचल कोतवाली ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. मामले में पुलिस ने तफ्तीश की, तब बिहार के पूर्व विधायक सुनील पांडेय उनकी रडार पर आ गए थे. सुनील पांडेय को गिरफ्तार किया गया था. बाद में वे एक अन्य मामले में सासाराम मंडल कारा में लाए गए थे, जहां से बेल मिलने के बाद वे जेल से बाहर आ गए हैं.