ETV Bharat / state

रोहतास जिला जज के आवास में नाले का पानी, नगर परिषद अधिकारियों के फूले हाथ-पांव

बारिश और बाढ़ के कारण अबतक राज्य में 29 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अगले 24 घंटे भी बारिश होने का संभावना जताई जा रही है.

जिला जज के घर में घुसा बाढ़ का पानी.
author img

By

Published : Sep 30, 2019, 10:56 AM IST

रोहतास: बिहार के कई अन्य जिलों की तरह ही रोहतास में भी आसमान से बरस रही आफत ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. घटिया ड्रेनेज सिस्टम के कारण शहर के लगभग सभी इलाकों में जलजमाव हो गया है. वहीं रोहतास के जिला जज राजेंद्र प्रताप सिंह के आवास परिसर में भी नाले का गंदा पानी भर गया. इसकी सूचना मिलते ही नगर परिषद ने आनन फानन में मोटर पंप से जज साहब के आवास से पानी निकालना शुरु कर दिया.

लिहाजा प्रशासन और नगर परिषद की इस कार्यशैली पर ये सवाल उठता है कि क्या नगर परिषद सिर्फ खास लोगों के लिए ही काम करती है. क्या आम लोगों की परेशानी की कोई सुनवाई नहीं है. बता दें कि नगर परिषद की लापरवाही के कारण ही पूरे शहर के सभी घरों में नाले का गंदा पानी फैल गया है. वहीं शहर के डेढ़ लाख लोगों पर भी पीने के पानी का संकट मंडराने लगा है क्योंकि पीएचईडी विभाग के पंप हाउस में भी बारिश का पानी भर गया.

जिला जज के घर में घुसा बाढ़ का पानी.

अबतक 29 लोगों की मौत
वहीं शहर में दी जाने वाली सप्लाई सेवा भी ठप्प हो गई है. इसी बीच लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आम जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है. बता दें कि बारिश और बाढ़ के कारण अबतक राज्य में 29 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अगले 24 घंटे भी बारिश होने का संभावना जताई जा रही है. इस बीच राहत और बचाव दल लगातार लोगों की मदद करने में जुटे हैं. बताया जा रहा है कि साल 1975 के बाद पहली बार बिहार में इस तरह की बाढ़ देखने को मिली है.

रोहतास: बिहार के कई अन्य जिलों की तरह ही रोहतास में भी आसमान से बरस रही आफत ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. घटिया ड्रेनेज सिस्टम के कारण शहर के लगभग सभी इलाकों में जलजमाव हो गया है. वहीं रोहतास के जिला जज राजेंद्र प्रताप सिंह के आवास परिसर में भी नाले का गंदा पानी भर गया. इसकी सूचना मिलते ही नगर परिषद ने आनन फानन में मोटर पंप से जज साहब के आवास से पानी निकालना शुरु कर दिया.

लिहाजा प्रशासन और नगर परिषद की इस कार्यशैली पर ये सवाल उठता है कि क्या नगर परिषद सिर्फ खास लोगों के लिए ही काम करती है. क्या आम लोगों की परेशानी की कोई सुनवाई नहीं है. बता दें कि नगर परिषद की लापरवाही के कारण ही पूरे शहर के सभी घरों में नाले का गंदा पानी फैल गया है. वहीं शहर के डेढ़ लाख लोगों पर भी पीने के पानी का संकट मंडराने लगा है क्योंकि पीएचईडी विभाग के पंप हाउस में भी बारिश का पानी भर गया.

जिला जज के घर में घुसा बाढ़ का पानी.

अबतक 29 लोगों की मौत
वहीं शहर में दी जाने वाली सप्लाई सेवा भी ठप्प हो गई है. इसी बीच लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आम जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है. बता दें कि बारिश और बाढ़ के कारण अबतक राज्य में 29 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अगले 24 घंटे भी बारिश होने का संभावना जताई जा रही है. इस बीच राहत और बचाव दल लगातार लोगों की मदद करने में जुटे हैं. बताया जा रहा है कि साल 1975 के बाद पहली बार बिहार में इस तरह की बाढ़ देखने को मिली है.

Intro:रोहतास। सासाराम में आसमान से ऐसी आफत बरसी जिसमें आम और खास लोगों का जीना मुहाल कर दिया बारिश का कहर रोहतास जिला आवास पर भी देखने को मिला।



Body:सासाराम से आसमान से ऐसी आफत बरसी कि आम और खास लोगों का जीना मुहाल कर दिया लोगों के घरों के अंदर नालों का गंदा पानी समा गया। जिसके बाद लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई। कुछ ऐसा ही नजारा रोहतास के जिला जज के आवाज पर भी देखने को मिला जहां नगर परिषद की लापरवाही से नाले का गंदा पानी जज साहब की आवास में भर गया। पानी भरने के बाद पूरा आवास झील में तब्दील हो गया। लिहाज़ा जब मामला जज साहब का था तो प्रशासन से लेकर नगर परिषद के हाथ पांव फूलने लगे। आनन-फानन में नगर परिषद ने मोटर पंप से जज साहब की आवास से पानी निकालना शुरू कर दिया जिसके बाद जज साहब के आवास से काफी मशक्कत के बाद बारिश का पानी निकाला गया। अब सवाल यह है कि क्या नगर परिषद सिर्फ खास लोगों के लिए ही काम करती है तो फिर आम लोगों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों करती है। क्योंकि नगर परिषद की लापरवाही से ही शहर में नालों का गंदा पानी पूरे इलाके और घरों में फैल गया है। समय रहते नगर परिषद शहर में नालों की सफाई कराई होती है तो शायद आज यह मंजर देखने को ना मिलता। वही नगर परिषद की लापरवाही से शहर के डेढ़ लाख लोगों को पीने के पानी का संकट भी मंडराने लगा है। क्योंकि पीएचईडी विभाग के पंप हाउस में बारिश का भर गया। जिसके बाद शहर में दी जाने वाली सप्लाई सेवा भी ठप हो गई। जाहिर है नगर परिषद और प्रशासन जिस तरह से खास लोगों पर तवज्जो दे रहा है उसी तरह से आम लोगों पर भी उसे ध्यान देना चाहिए ताकि लोगों को मुसीबतों से बचाया जा सके।


Conclusion:बहरहाल बारिश में नगर परिषद की सारी पोल खोल दी है। इससे साफ होता है कि नगर परिषद किस तरह लापरवाह है इसका नतीजा है की बारिश की जद में आम और खास दोनों लोग हैं।

बाइट। संजय तिवारी उपाध्यक्ष रोहतक जिला विधि संघ
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.