रोहतासः जिला मुख्यालय से तकरीबन चालीस किलोमीटर दूर दिनारा प्रखंड के प्राणपुर गांव के किसानों की फसल पूरी तरह जलकर बर्बाद हो गई. ये घटना उस वक्त घटी जब खेतों में किसानों की फसल लहलहा रही थी. वहीं, इनमें कुछ ऐसे किसान भी थे जो बांटे पर खेत लेकर खेती कर रहे थे. इन किसानों को अब तक फसल बीमा का लाभ भी नहीं मिला है.
सूबे में पिछले कई दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है. लिहाजा जगह-जगह आगजनी की घटनाएं बढ़ रही हैं. ऐसे में आग के तांडव ने किसानों की फसल को अपनी चपेट में ले लिया. प्राणपुर गांव में तकरीबन 70 बीघा में लगी गेहूं की फसल पूरी तरह जलकर राख हो गई. बीते दिनों जिले की कई जगहों पर आगलगी की घटना से खेतों में लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं.
सरकारी फसल बीमा का नहीं मिला लाभ
पीड़ित किसानों के पास इन फसलों का कोई बीमा भी नहीं था, क्योंकि उन्हें सरकार की तरफ से फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिला था. किसानों का कहना है कि सरकार की तरफ से किसानों को कोई राहत नहीं मिलती ऐसे में हम लोग रोड पर आ जाएंगे.
क्या खाएंगे और खिलाएंगे- किसान
गांव के एक पीड़ित किसान ने बताया कि उनकी तकरीबन 30 बीघा में गेहूं की फसल लगी थी, जो जलकर पूरी तरह से राख हो चुकी है. अब हालात यह है कि किसान के घर में खाने के लिए अनाज तक नहीं है. हम क्या करेंगे. उनका कहना था कि इस बार गेंहू की फसल भी अच्छी होने के आसार थे. इससे किसानों के चेहरों पर रौनक थी. लेकिन आगलगी के बाद सिर्फ मायूसी ही रह गई. इनमें वे किसान भी थे जिनके घर में इस साल बेटी की शादी होनी थी. अब इस घटना के बाद ये बेटी की शादी कैसे होगी.
मुआवजे की आस
किसानों का कहना है कि पूरी फसल राख बन चुकी है. अब तो प्रशासन से ही आस है कि मुआवजा मिल जाए. लेकिन अधिकारी देखने भी नहीं आए. वहीं, इस बारे में प्रखंड विकास अधिकारी का कहना है कि घटना की जानकारी मिली है. किसानों को मुआवजा मिले इसके लिए बर्बाद हुई फसलों का आकलन किया जाएगा. उसके आधार पर मुआवजा राशि तय कर दी जाएगी.