रोहतास: अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों में टकराव के किस्से आम हैं. ताजा मामला रोहतास जिले की डेहरी से आया है. डेहरी-डालमिया नगर परिषद की मुख्य पार्षद और कार्यपालक पदाधिकारी के बीच टकराव को लेकर बाजार गर्म है. इस रस्साकशी का सीधा असर जिले के विकास कार्यों पर पड़ रहा है.
क्या है आरोप?
मुख्य पार्षद विशाखा सिंह ने आरोप लगाया है कि तबादले की अधिसूचना जारी होने के बाद भी कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार काम किए जा रहे हैं. उन्होंने अब तक एक करोड़ से अधिक राशि का चेक बैक डेट में काट दिया है. ट्रांसफर के बावजूद भी सुशील कुमार ऑफिस में ना आकर समस्त फाइलों को अपने आवास पर निपटा रहे हैं. लेकिन, जब बोर्ड की बैठक बुलाई गई तो वह नहीं आए. इस संबंध में मुख्य पार्षद ने रोहतास डीएम को एक स्मार पत्र भेजा है. उन्होंने जल्द से जल्द तबादला हो चुके इस अधिकारी के वित्तीय लेन-देन पर रोक लगाने की मांग की है.
बकाया काम निपटाने का हवाला दे रहे ईओ
वहीं, दूसरी ओर नगर परिषद के ईओ सुशील कुमार का कहना है कि जब तक उनकी जगह कोई दूसरा कार्यपालक पदाधिकारी नहीं आ जाता, वह पद पर बने रहेंगे. वह पिछले एक सप्ताह से काम कर रहे हैं. साथ ही सारे वित्तीय कार्य भी निपटा रहे हैं, जो डेहरी के मुख्य पार्षद और अन्य वार्ड पार्षदों को नागवार गुजर रहा है.
30 जून को किया गया ट्रांसफर
बता दें कि नगर विकास विभाग ने पिछले महीने की 30 जून को डालमिया नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार का नगर परिषद सासाराम में तबादला किया. लेकिन, तबादला हो जाने के बाद भी कार्यपालक पदाधिकारी पद नहीं छोड़ रहे हैं.